Edited By Punjab Kesari, Updated: 21 Nov, 2017 02:05 PM
हरियाणा सरकार ने हर खेत को पानी पहुंचाने की अपनी प्रतिबद्धता की दिशा में कदम बढ़ाते हुए मौजूदा सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांटों से उपचारित गंदे पानी के पुन: इस्तेमाल की योजना तैयार की है जिससे सिंचाई सुविधाएं बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस उद्देश्य से जिला...
चंडीगढ़(बंसल):हरियाणा सरकार ने हर खेत को पानी पहुंचाने की अपनी प्रतिबद्धता की दिशा में कदम बढ़ाते हुए मौजूदा सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांटों से उपचारित गंदे पानी के पुन: इस्तेमाल की योजना तैयार की है जिससे सिंचाई सुविधाएं बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस उद्देश्य से जिला कुरुक्षेत्र के लाडवा, शाहबाद और पिहोवा कस्बों के ट्रीटमैंट प्लांटों का चयन करके अति दोहन वाले तथा गम्भीर स्थिति वाले खंडों के लिए एक पायलट परियोजना तैयार की गई है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस पानी से लाभान्वित होने वाले किसानों ने पहले से ही पानी प्रयोक्ता संघ बना लिए हैं और इस आशय का शपथ पत्र दिया है कि इस परियोजना के तहत आने वाला उनका क्षेत्र किसी कैनाल कमांड के तहत नहीं आता और वे इस प्रौद्योगिकी को अपनाने के इच्छुक हैं। उन्होंने बताया कि इस परियोजना की कुल लागत 3.65 करोड़ रुपए होगी। प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निर्देशानुसार काडा ने गांवों में अधिक पानी वाले (ओवरफ्लोइंग) तालाबों से सरप्लस पानी के इस्तेमाल के लिए भी एक पायलट परियोजना शुरू की है। प्रारम्भिक चरण में प्रदेश के विभिन्न जिलों में 50 ओवरफ्लोइंग तालाबों में पायलट आधार पर यह परियोजना शुरू करने का प्रस्ताव है। इस परियोजना की लागत 16.68 करोड़ रुपए होगी।