Edited By Isha, Updated: 26 Feb, 2020 03:57 PM
तिगरा गांव की महिला सरपंच को बिना किसी कारण के तंग करने को लेकर गांव की सरपंच ओम लत्ता व अन्य ग्रामीणों ने पुलिस उपाधीक्षक से मुलाकात कर शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई......
यमुनानगर (त्यागी) : तिगरा गांव की महिला सरपंच को बिना किसी कारण के तंग करने को लेकर गांव की सरपंच ओम लत्ता व अन्य ग्रामीणों ने पुलिस उपाधीक्षक से मुलाकात कर शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। ओम लत्ता सरपंच ने पुलिस उपाधीक्षक को बताया कि सरपंच का दायित्व निभाते हुए उसे 4 साल हो गए हैं। ग्राम पंचायत की सुविधाओं तक विकास की स्वार्थ रहित सेवा के चलते उन्हें फोर स्टार अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
यह अवार्ड उन्हीं मेहनती सरपंचों को दिया जाता है जो ग्राम पंचायत के विकास में अपना उल्लेखनीय योगदान देते हैं। उन्होंने बताया कि गांव के ही 2 व्यक्तियों द्वारा उन्हें पिछले कई वर्षों से तंग किया जा रहा है। उनके कामकाज में दखल अंदाजी करने, विकास के कार्यों को रोकने के लिए बिना किसी कारण के शिकायतें करना, सोशल मीडिया पर उनके बारे में अभद्र भाषाओं का प्रयोग करना, महिला की मर्यादा का अपमान करना तथा पति को जान से मारने आदि की धमकी देना इनका आए दिन का काम हो गया है।
शिकायत करके जांच करने के तहत गांव पंचायत की जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए डी.सी. को शिकायत करके उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई लेकिन शिकायत झूठी होने पर जांच में उन्हें निर्दोष पाया गया। इन लोगों ने गांव में स्टेडियम न बनने का प्रयास किया व ग्रामीण विकास में हुए खर्च का हिसाब मांगने के लिए आर.टी.आई. लगाकर पैसा उगाही का भी प्रयास किया गया और उन द्वारा इंकार किए जाने पर नतीजे भुगतने की धमकी दी गई।
अकारण अनुचित जगह पर बुलाना जैसे श्मशान घाट, किसी पंचायत को निपटाने के लिए असमय बुलाना तथा महिला होने के नाते यादि वे अपने पति को भेजें तो उनके साथ अभद्र भाषा तथा गाली-गलौच का प्रयोग करना तथा भविष्य में सरपंच न बनने हेतु जेल भेजने की धमकी देना। उन्होंने बताया कि मंगलवार को जब उनके जेठ ने मुख्यमंत्री के ट्विटर पर ग्राम पंचायत के एक रास्ते के लिए शिकायत भेजी तो इन लोगों ने गुस्से में आकर मेरे पूरे परिवार को गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें लगातार यह डर सता रहा है कि कहीं उनके साथ किसी प्रकार की कोई अनहोनी न हो। उनके ससुर भी भारतीय थल सेना से सेवानिवृत्त है और डरे हुए हैं। उनका कहना था कि वे एक महिला हैं साथ ही साथ एक जन प्रतिनिधि भी हैं। जिले में उन्होंने कई ऐसी घटनाएं देखी है जिसमें सरपंच पति को ही नुक्सान पहुंचाया गया हो और महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार हुए हों। उन्होंने मांग की है कि उनके व उनके परिवार की जान माल की रक्षा की जाए। इस बारे में उन्होंने एक शिकायत महिला आयोग, पुलिस महा निदेशक व गृह मंत्री को भी भेजी है।