Edited By Updated: 15 Jan, 2016 01:53 PM
झूठी शान को लेकर हरियाणा में आॅनर किलिंग के कई मामले सामने आए है। इस बार यहां एक गांव में एक गैर
यमुनानगर, (हरिंदर सिंह) : झूठी शान को लेकर हरियाणा में आॅनर किलिंग के कई मामले सामने आए है। इस बार यहां एक गांव में एक गैर बिरादरी में शादी होने के बाद गांव में हुई पंचायत में तुगलगी फैसला सुनाकर लडका—लडकी और लडके के परिवार को जान से मारने का फरमान सुनाया गया। यही नहीं,पंचायत के कुछ लोगों ने हथियारों के साथ लडका पक्ष के परिवार पर हमला भी कर दिया। इसके बाद पूरा गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। लडके के घर पर भी पुलिस का पहरा लगा दिया है
गांव खजूरी में एक दबंग परिवार की युवती ने पिछडी जाति से संबंधित लडके से कोर्ट में जाकर शादी कर ली। हालाकि इससे पहले गांव में पंचायत भी हुई थी, उसके बाद भी लडका—लडकी दोनों ने घर से भाग कर शादी कर ली। जब परिवार के लोगो को इस बात का पता चला तो दबंग परिवार के लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई। गांव में फिर पंचायत बैठ गई। इसमें महज दबंग लोगों ने ही भाग लिया। पंचायत रात को हुई और उसी में यह फैसला ले लिया गया कि लडका—लडकी यहां भी मिलें,उन्हें मौत के घाट उतार दिया जाए। इस शादी की सजा लडके के परिवार को भी दी जाए।
फरमान सुनाने के बाद दबंग लोगो ने मनोज के चाचा के घर पर हमला कर दिया। हथियारों से लैस दबंगों ने साफ कर दिया कि कोर्ट में जाकर मनोज अपने बयानों को बदल ले, नहीं तो नतीजा गंभीर हो जाएगा। बताया जाता है कि मनोज के पिता का देहांत हो चुका है। उसने घर के भाग कर अपनी क्लास में पढने वाली लडकी से शादी कर ली। गांव में हुई पंचायत के बाद अब पीडित परिवार इतनी दहशत में है कि मनोज के परिजन ही उसे अपना कहने से इंकार कर रहे हैं। वह केवल इसलिए कि कहीं उन पर भी हमला न हो जाए। गांव में सन्नाटा पसर गया है। जब गांव में हुई पंचायत का मामला पुलिस के सामने आया तो उसने गांव में जाकर पीडित परिवार को सुरक्षा तो दे दी है,लडका व लडकी को किसी गुप्त स्थान पर भेज दिया। देर रात से ही पूरा गांव पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया है। डीएसपी,एसएचओ सहित गांव में पुलिस फोर्स भी तैनात कर दी है पंचायत के बाद से ही गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है और पुलिस ने लडके के परिवार को सुरक्षा देते हुए उसके घर के आगे पुलिस की पीसीआर को भी तैनात कर दिया है। दबंगों के डर के कारण गांव का कोई भी व्यक्ति बोलने के लिए तैयार नहीं है।