Edited By kamal, Updated: 20 May, 2019 01:51 PM
शहर के नए बाईपास के लिए अधिग्रहण की गई 28 गांवों के किसानों की लगभग 425 एकड़ से भी अधिक जमीन के मुआवजे...
यमुनानगर(त्यागी): शहर के नए बाईपास के लिए अधिग्रहण की गई 28 गांवों के किसानों की लगभग 425 एकड़ से भी अधिक जमीन के मुआवजे के लिए किसानों व भारतीय किसान यूनियन ने एक रोष बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सरकार व राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को अब एक सप्ताह तक का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी गई। इस चेतावनी में कहा गया कि एक सप्ताह तक किसानों की अधिग्रहण की गई जमीन का मुआवजा न दिया तो वह शहर में बने नए बाईपास को जाम कर देंगे।
किसानों ने कहा कि इससे पहले भी कई बार सांकेतिक रूप से मुआवजे को लेकर प्रदर्शन व धरना कर चुके हैं लेकिन सरकार व हाईवे अथोरिटी के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। 27 मई को अब भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में होने वाली महापंचायत में आगे की रणनीति बनाई जाएगी और उसी दिन हाईवे को जाम किया जाएगा।
किसान कर रहे हैं अपने आपको ठगा महसूस
रविवार को गांव सुढल में हुई बैठक में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश संगठन सचिव हरपाल सिंह सुढल व बैठक की अध्यक्षता कर रहे सरदार गुरविंद्र सिंह धौलरा ने बताया कि बैठक का आयोजन नए बाईपास को लेकर किया गया है और इस बैठक में दर्जनों गांवों के किसानों ने भाग लिया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य एन.एच.-73 के लिए अधिग्रहण की गई जमीन को लेकर विचार-विमर्श करना था क्योंकि इस जमीन का मुआवजा न मिलने से किसानों में भारी रोष है।
उन्होंने बताया कि लगभग 6 साल बीत जाने के बाद भी किसान के हाथ खाली हैं और किसान अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बैठक में किसानों का रोष साफ देखा जा सकता था। उनका कहना था कि अब तो सभी हदें पार हो चुकी हैं। किसानों ने बताया कि पिछले दिनों इसी मुआवजे को लेकर उन्होंने एन.एच. मुख्यालय चंडीगढ़ में भी धरना प्रदर्शन किया था। तब भी उन्हें केवल आश्वासन मिला था।