Edited By Updated: 19 Aug, 2016 04:28 PM
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिशन स्वच्छ भारत जिसके तहत लोगों को जागरूक करने लिए सरकार हर तरह के अभियान चला रही है, लेकिन...
यमुनानगर (हरिंदर सिंह): देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिशन स्वच्छ भारत जिसके तहत लोगों को जागरूक करने लिए सरकार हर तरह के अभियान चला रही है, लेकिन लोगों को जागरूक करने का यमुनानगर प्रशासन का एक अनोखा तरीका सामने आया है।
प्रशासन ने यह ऐलान किया है कि जो भी व्यक्ति खुले में शौच के लिए गया और उसे पंचायत ने पकड़ लिया है तो उसके राशन कार्ड पर लाल रंग की मोहर लगा दी जाएगी, जिससे उसको तब तक प्रशासन राशन नहीं लेने देगा जब तक कि उसके घर में शौचालय नहीं बनता। ऐसे में यह फरमान लोगों के गले भी नहीं उतर रहा।
दरअसल, प्रशासन ने कई अधिकारियों को भी इस मामले में सख्ती बरतने के आदेश दिए है। हालांकि पहले तो कई बार ऐसे मामले सामने आए थे कि अगर कोई खुले में शौच करत पकड़ा जाता है तो उसको मिशन के तहत समझाने का प्रयास किया जाए लेकिन प्रशासन के द्वारा सुनाया गया यह तुगलकी फरमान से लोग जरूर अहात होंगे।
एक तरफ सरकार का यह अभियान तो दूसरी तरफ जिला प्रशासन द्वारा जो गांव-गांव में शौचालय बनाए थे उन पर आज तक प्रशासन ने सुध नहीं ली जबकि प्रशासन नवंबर माह तक पूरे यमुनानगर को खुले में शौच मुक्त करने की बात कह रहा है।
आकड़ों की बात करे तो जिले में 473 पंचायतें है जिनमें 335 ओडीएफ हो चुकी है। सरकार ने जिन गांव में शौचालय बनाए थे उनके हालात पर तो कभी प्रशासन ने नजर भी नहीं दौड़ाई। उनके हालात को देख तो यही लगता है कि आदमी खुले में न जाए तो कहा जाए जबकि अब भी ज्यादातर गांव के लोग खेतों में शौच के लिए जाते है लेकिन सरकार द्वारा कई जगह जो शौचालय बनाए है उनके हालात देखकर ग्रामीण खुले में ही शौच करने के लिए मजबूर हो जाते है।
नजारा आपके सामने ही है कि यहां शौचालय बनाए गए है। यहा हर प्रकार का बदोबस्त किया गया था लेकिन अब यहां न तो पानी का नल है और न ही पानी, जबकि टूटिया भी चोर चुराकर ले गए है यदि इन शौचालयों की प्रशासन सुध नही ले रहा तो ऐसे में यह फरमान क्यों सुनाया गया।