Edited By Deepak Paul, Updated: 10 Aug, 2018 11:48 AM
एफ.डी.ए. ने कहा कि चूंकि सरकार अभी भी दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री की निगरानी और विनियमन करने की प्रक्रिया में है, इसलिए वे वर्तमान में दवाइयों को ऑनलाइन बेचने वाले लोगों पर कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। प्रैस विज्ञप्ति में एफ.डी.ए. सहायक आयुक्त (ड्रग्स)...
यमुनानगर (भारद्वाज): एफ.डी.ए. ने कहा कि चूंकि सरकार अभी भी दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री की निगरानी और विनियमन करने की प्रक्रिया में है, इसलिए वे वर्तमान में दवाइयों को ऑनलाइन बेचने वाले लोगों पर कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। प्रैस विज्ञप्ति में एफ.डी.ए. सहायक आयुक्त (ड्रग्स) बी.आर . मसाल ने कहा कि लोगों को ऑनलाइन दवाइयां खरीदने से बचना चाहिए। हम इन दवाइयों की गुणवत्ता पर सतत नजर नहीं रख सकते हैं।
एफ.डी.ए. चेतावनी देता है कि उभरती हुई नकली ऑनलाइन फार्मेसियां स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं। एन.ए.बी.पी. अध्ययन में 10,065 ऑनलाइन फार्मेसियों में से 9,734 फार्मेसियां करीब 97 प्रतिशत ने राज्य या संघीय कानूनों और/ या एन.ए.बी.पी. सुरक्षा और प्रैक्टिस स्टैंडर्ड का उल्लंघन किया।
हरियाणा कैमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मनजीत शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा की 97 प्रतिशत ऑनलाइन फार्मेसियां अवैध हैं। नकली ऑनलाइन फ़ार्मेसियों से दवाइयां खरीदना जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि वे नकली, समाप्त हो चुके (एक्सपायर), दूषित, एफ .डी.ए. द्वारा अनुमोदित नहीं हैं या अन्यथा असुरक्षित उत्पाद जो मरीजों के लिए खतरनाक हैं, का विक्रय करती हैं। हालांकि एन.ए.बी.पी. द्वारा जांच की गई कुछ वैबसाइट बंद हो गई हैं लेकिन अन्य लोग यह जगह लेने के लिए तैयार हो गए हैं। साइटें वैध फार्मेसियों की तरह दिखती हैं। अधिकांश नकली फार्मेसियां नैटवर्क का हिस्सा हैं जो विभिन्न निर्माताओं से नकली उत्पादों के साथ वैध निर्माताओं से उत्पादों को मिलाती हैं। सस्ते ड्रग्स की पेशकश करने वाली ई-मेल को स्पैम या अनचाहे फोल्डर में भेजें।