Edited By Isha, Updated: 14 Aug, 2019 02:17 PM
13 अगस्त (स.ह.): भले ही निगम प्रशासन शहर को खुले से शौच मुक्त बनाने के लिए निगम की तरफ से शहर में सैंकड़ों शौचालयों का निर्माण करवाने की बात कहता है लेकिन इसमें कितनी सच्चाई सच है, इसकी पोल तब खुली जब निगम कार्यालय में 60 वर्ष से ज्यादा उम्र की महिला
सोनीपत : भले ही निगम प्रशासन शहर को खुले से शौच मुक्त बनाने के लिए निगम की तरफ से शहर में सैंकड़ों शौचालयों का निर्माण करवाने की बात कहता है लेकिन इसमें कितनी सच्चाई सच है, इसकी पोल तब खुली जब निगम कार्यालय में 60 वर्ष से ज्यादा उम्र की महिला कर्मियों के सामने मंगलवार को हाथ जोड़ बोली, साहब उन्होंने अपने पति के नाम 2 बार घर में शौचालय बनाने के लिए आवेदन किया है लेकिन उनके घर में अभी तक शौचालय नहीं बना है जिसके चलते उन्होंने मजबूरन खुले में शौच करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
महिला के इस तरह भावुकता होता देख कार्यालय में बैठे निगम कर्मचारी एक-दूसरे के चेहरे पर देखते रहे लेकिन हिम्मत किसी में नहीं हुई कि वे महिला को ठोस आश्वासन दे सकें। सुभाष नगर निवासी महिला केला व उनके पति ने निगम कार्यालय में पहुंचते हुए कर्मचारियों को बताया कि उन्होंने 2 साल पहले निगम की तरफ से मिलने वाली सुविधा का लाभ पाने के लिए आवेदन किया था। इसके कुछ दिन बाद सर्वे किया गया लेकिन सर्वे टीम उनके घर तक नहीं पहुंची।
इस दौरान सूचना मिली कि जिन परिवारों का नाम सर्वे सूची में है, उन्हीं परिवारों के घर शौचालय बनाए जाएंगे। सूची में नाम न होने के कारण उन्होंने निगम अधिकारियों से गुहार लगाई। अधिकारियों के आश्वासन के बाद उन्होंने दोबारा आवेदन किया, लेकिन उनके घर सर्वे की कोई टीम नहीं पहुंची। ऐसे में परेशान होकर वे शौचालय निर्माण के लिए बार-बार निगम कार्यालय के चक्कर काट रहे लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है।