Edited By Rakhi Yadav, Updated: 16 Jul, 2018 04:09 PM
मशरूम उत्पादन में प्रदेश के साथ-साथ देश के अग्रणीय जिलों में शुमार सोनीपत अब केले के उत्पादन के लिए भी प्रसिद्ध होने वाला है। बागवानी विभाग ने महराष्ट्र के जलगांव की तर्ज पर जिले में केले के.....
सोनीपत(विकास): मशरूम उत्पादन में प्रदेश के साथ-साथ देश के अग्रणीय जिलों में शुमार सोनीपत अब केले के उत्पादन के लिए भी प्रसिद्ध होने वाला है। बागवानी विभाग ने महराष्ट्र के जलगांव की तर्ज पर जिले में केले के बाग विकसित करने का मास्टरप्लान तैयार किया है। इसके लिए एक तरफ जहां किसानों को केले के बाग लगाने के लिए सबसिडी दी जाएगी वहीं, दूसरी तरफ तकनीकी सहायता भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
गौरतलब है कि केले के उत्पादन के लिए महाराष्ट्र का जलगांव क्षेत्र प्रसिद्ध है। प्रदेश में भी अधिकतर केला महाराष्ट्र से ही आता है। केला एक ऐसा फल है तो साल के हर सीजन में बिकता है। ऐसे में किसानों की आमदनी को बढ़ाने और केले का अधिक से अधिक उत्पादन करने के लिए बागवानी विभाग अब केले के बाग लगाने पर जोर दे रहा है।
केला उत्पादन ग्राफ बढ़ाने को लेकर जिले में शुरू की पायलट योजना
प्रदेश में केले उत्पादन के ग्राफ को बढ़ाने के लिए बागवानी विभाग द्वारा सोनीपत में पायलट योजना शुरू की गई है। जिसके अंतर्गत जिले में पहली बार 50 हैक्टेयर भूमि में केले के बाग लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए किसानों को जागरूक किया जाएगा तथा उन्हें सबसिडी भी मुहैया करवाई जाएगी। प्रत्येक एकड़ पर किसान को 37 हजार 500 रुपए तक की सबसिडी दी जाएगी। यही नहीं बागवानी विभाग किसानों को केले उत्पादन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश आदि भी समय-समय पर देता रहेगा।