Edited By Isha, Updated: 19 Feb, 2020 02:12 PM
गर्मी ने अभी दस्तक भी नहीं दी लेकिन पेयजल की दिक्कत अभी से होने लगी है। पेयजल कम होने से नहीं, बल्कि 2 विभागों में तालमेल की कमी के कारण यह समस्या गम्भीर हो गई है। मंगलवार को महज,.......
सोनीपत (ब्यूरो) : गर्मी ने अभी दस्तक भी नहीं दी लेकिन पेयजल की दिक्कत अभी से होने लगी है। पेयजल कम होने से नहीं, बल्कि 2 विभागों में तालमेल की कमी के कारण यह समस्या गम्भीर हो गई है। मंगलवार को महज 4 घंटे तक 2 पम्प आप्रेटर्स की हड़ताल ने लोगों को परेशान कर दिया लेकिन नगर निगम और जनस्वास्थ्य विभाग हल तलाशने की बजाय एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते रहे।
बाद में मामला बढ़ा तो पानी की आपूर्ति बहाल हो सकी। यह सांकेतिक विरोध था। अगर यह हड़ताल का हिस्सा बना तो शहर का गर्मी में क्या होगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। शहर में यमुना से पानी लाकर इसे स्टोरेज टैंकों के जरिए शहरभर में सप्लाई किया जाता है। इसके लिए भिवानी के एक ठेकेदार से कुछ समय पहले जनस्वास्थ्य विभाग ने शहर में 3 बूस्टिंग स्टेशन बनवाए थे।
यह ऋषि कालोनी, जानकी दास स्कूल की लीज जमीन और लघु सचिवालय में बने हैं। नियम व शर्तों के मुताबिक इन बूस्टिंग पर 5 साल तक आप्रेटिंग का जिम्मा भी ठेकेदार का है। यहां ठेकेदार ने अपने आप्रेटर लगा रखे हैं और इसके बदले वह पहले जनस्वास्थ्य विभाग और अब नगर निगम से मासिक रूप से पैसा लेता है।