Edited By Isha, Updated: 15 Feb, 2020 02:20 PM
सिसाना गांव में एक गर्भवती महिला की डिलीवरी के दौरान लापरवाही का मामला सामने आया है। पुलिस को दी शिकायत में 2 महिला व 2 पुरुष स्वास्थ्य कर्मियों पर गर्भवती के साथ बदसलूकी....
खरखौदा (शर्मा) : सिसाना गांव में एक गर्भवती महिला की डिलीवरी के दौरान लापरवाही का मामला सामने आया है। पुलिस को दी शिकायत में 2 महिला व 2 पुरुष स्वास्थ्य कर्मियों पर गर्भवती के साथ बदसलूकी करने, डिलीवरी में लापरवाही करने, दस्तावेज न देने और आनन-फानन में डिलीवरी करवाकर बगैर टांके लगाए ही रोहतक रैफर करने के आरोप लगाया गया है। यही नहीं, स्वास्थ्य कर्मियों से दस्तावेज मांगे तो दस्तावेज देने की बजाय उनके साथ बदसलूकी करने और अपशब्द कहने का भी आरोप है।
शुक्रवार को भारी संख्या में ग्रामीण एकत्रित होकर सिसाना पी.एच.सी. के स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ पुलिस स्टेशन में पहुंचे और डिलीवरी में लापरवाही करने, दस्तावेज मांगने पर अपशब्द कहने के आरोप में कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि पी.एच.सी. सिसाना में ड्यूटीरत स्वास्थ्य कर्मियों ने डिलीवरी के दौरान लापरवाही बरती है, जिसके कारण जच्चा व बच्चा की हालत चिंताजनक है और उन्हें रोहतक के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
स्वास्थ्य कर्मियों पर ये भी आरोप लगाया गया है कि उन्होंने हड़बड़ाहट में लिखित रैफर भी नहीं किया और दस्तावेज भी नहीं दिए। दस्तावेज लेने के लिए कहा तो उन्हें अपशब्द भी कहे, जिससे आहत परिवार व सिसाना गांव के ग्रामीणों ने मामले की कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस को भी शिकायत दी है। उन्होंने सी.एम. विंडो में भी लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सी.एम.ओ. मीनाक्षी का कहना है कि सभी को नोटिस दे दिए हैं। सोमवार को कर्मचारियों को बुलाया गया है। आरोपियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। डिलीवरी 11 फरवरी को की गई थी। रोहतक के निजी अस्पताल में जच्चा एवं बच्चा जिंदगी से लड़ रहे हैं।