Edited By Isha, Updated: 17 Oct, 2019 12:27 PM
: बुधवार को हुडा जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने कर्मचारियों की लंबित मांगों के समाधान की मांग को लेकर विभाग के कार्यालय के सामने धरना दिया और प्रदर्शन करने के साथ-साथ जमकर नारेबाजी
सोनीपत (त्यागी): बुधवार को हुडा जन स्वास्थ्य कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने कर्मचारियों की लंबित मांगों के समाधान की मांग को लेकर विभाग के कार्यालय के सामने धरना दिया और प्रदर्शन करने के साथ-साथ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारी नारे लगा रहे थे कि ई.पी.एफ. घोटाले में संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जाए और लंबित मांगों का समाधान किया जाए। कर्मचारियों के धरने का आज 23वां दिन था। बिजेंद्र शर्मा ने धरने का नेतृत्व किया, जबकि सुरेश रोहिल्ला ने संचालन किया।
इस अवसर पर संगठन के प्रदेशाध्यक्ष आर.के. नागर ने कहा कि उनकी मुख्य मांग है कि ई.पी.एफ. तथा ई.एस.आई. घोटालेबाज अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया जाए, कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए, 18000 रुपए न्यूनतम वेतन दिया जाए, परियोजना वर्करों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, हुडा से नगर निगम में डैपुटेशन पर भेजे गए कर्मचारियों को वापस मूल विभाग में भेजा जाए तथा जल-मल का कार्य ठेके पर न दिया जाए।