Edited By Isha, Updated: 14 Aug, 2019 11:34 AM
13 अगस्त (का.प्र.): दिल्ली के तुगलकाबाद में सतगुरु रविदास का मंदिर तोड़े जाने के विरोध में दलित समाज के लोगों ने शहर में रोष प्रदर्शन किया। सुबह 9 बजे रानियां रोड स्थित गुरु रविदास मंदिर में बड़ी संख्या
सिरसाः दिल्ली के तुगलकाबाद में सतगुरु रविदास का मंदिर तोड़े जाने के विरोध में दलित समाज के लोगों ने शहर में रोष प्रदर्शन किया। सुबह 9 बजे रानियां रोड स्थित गुरु रविदास मंदिर में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए और जलूस की शक्ल में मोदी सरकार के विरुद्ध नारे लगाते हुए विभिन्न बाजारों में प्रदर्शन किया। घंटाघर चौक में लोगों को संबोधित करते हुए ज्ञानी करनैल सिंह ओढां ने कहा कि सिकंदर लोधी ने गुरु रविदास के इस मंदिर का निर्माण सैंकड़ों वर्ष पहले करवाया था।
उन्होंने कहा कि आज सरकार दलित महापुरुषों के मंदिर तुड़वाने की साजिश कर रही है लेकिन इस सरकार को यह नहीं मालूम कि दलितों की ताकत से जब भी किसी ने टकराने की कोशिश की है तो उसका हश्र बुरा हुआ है। भूषण लाल बरोड़ ने कहा कि दिल्ली के तुगलकाबाद में प्राचीन गुरु रविदास जी का मंदिर तोडऩे की पूरा दलित समाज कड़ी ङ्क्षनदा करता है और इस मंदिर के उसी स्थान पर पुनॢनर्माण की मांग करता है। बंसीलाल दहिया ने कहा कि मनुवादी सरकारें लगातार दलितों पर अत्याचार करके उनके सब्र की परीक्षा ले रही हैं। उन्होंने कहा कि दलित समाज अत्याचार सहन नहीं करेगा।
अशोक तंवर ने प्रदर्शन के दौरान पूरे रास्ते लोगों के साथ पैदल चलकर रोष मार्च में भाग लिया। कांग्रेस नेता भूपेश मेहता व राजकुमार शर्मा ने भी पूरे रास्ते रोष मार्च में शामिल होकर दलित समाज का समर्थन किया। अम्बेदकर चौक पर पहुंचकर दलित समाज के लोगों ने धरना दिया और मोदी सरकार व दिल्ली सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात रहा। इस अवसर पर रोहित आजाद, हंसराज, मनीराम बहलान, मुरलीधर कटारिया, सरपंच रीना बिरट, रेनू बरोड़, पंकज चौहान, अशोक असुर, राजकुमार जमालिया, साहब सिंह मुनखिया सहित अनेक लोग मौजूद थे। अम्बेदकर चौक पर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।