Edited By Isha, Updated: 27 Nov, 2019 01:53 PM
शहर में पेयजल संकट से हाहाकार मचा है। बीते सप्ताह से आधा शहर पानी की समस्या से जूझ रहा है। अधिकारियों के पास एक ही जवाब है कि पीछे से पानी कम मिल रहा है। इधर-उधर से जुगाड़ कर एक टाइम पेयजल सप्लाई दी जा रही है
रोहतक (मैनपाल): शहर में पेयजल संकट से हाहाकार मचा है। बीते सप्ताह से आधा शहर पानी की समस्या से जूझ रहा है। अधिकारियों के पास एक ही जवाब है कि पीछे से पानी कम मिल रहा है। इधर-उधर से जुगाड़ कर एक टाइम पेयजल सप्लाई दी जा रही है। यह स्थिति अभी 3 दिन और चलेगी। उम्मीद है कि 28 नवम्बर को नहर आने पर पेयजल संकट पर विराम लग पाएगा।
वहीं, दूसरी ओर गर्मियों में तो पानी समस्या समझ में भी आती है लेकिन सॢदयों में पेयजल खपत कम होने के बावजूद पेयजल संकट होना, यह बात समझ से परे है। यहां यह बात तो साफ है कि अधिकारियों ने नहर शैड्यूल के मुताबिक ही पानी को स्टोर नहीं किया होगा, तब जाकर यह समस्या खड़ी हुई। खैर! फिलहाल तो वैसे ही आधा शहर आर.ओ. कैम्पर लेकर पानी पी रहा। जनस्वास्थ्य विभाग की पेयजल सप्लाई से पहले ही जनता भरोसा उठ चुका है। अगर, इस तरह से पेयजल संकट या स्वच्छ पेयजल संकट से शहरवासी जूझते रहे तो जन आक्रोश की स्थिति पैदा हो जाएगी।
2 दर्जन से अधिक कालोनियों में 15 दिन से पेयजल संकट
शहर के 3 बड़ेजलघर जनता की प्यास बुझाते हैंलेकिन हालात ये हैं कि जलघरों का पानी सूख चुका है। पानी को लिफ्ट कर व अन्य विकल्पों के माध्यम से पेयजल सप्लाई की पूॢत की जा रही है। हालांकि, कुछ कालोनियों में दिन में एक बार पेयजल सप्लाई आ रही है लेकिन पानी इतना ही सप्लाई हुआ कि बमुश्किल कुछ घरों तक ही पहुंच पाया। 2 दर्जन से अधिक कालोनियों में लोग पानी का इंतजार करते रह गए।