Edited By Deepak Paul, Updated: 09 Dec, 2018 02:12 PM
वार्ड-18 में बंदरों ने उत्पात मचाया हुआ है जिसका कोई समाधान नहीं हो पा रहा। वहीं, सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्ते भी लोगों की परेशानी का कारण बने हुए हैं। हालात ऐसे बने हुए हैं कि महिलाएं छत पर कपड़े सुखाने के लिए जाते हुए भी डरती हैं और लोग...
रोहतक: वार्ड-18 में बंदरों ने उत्पात मचाया हुआ है जिसका कोई समाधान नहीं हो पा रहा। वहीं, सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्ते भी लोगों की परेशानी का कारण बने हुए हैं। हालात ऐसे बने हुए हैं कि महिलाएं छत पर कपड़े सुखाने के लिए जाते हुए भी डरती हैं और लोग सड़कों पर पैदल चलने से भी कतरा रहे हैं। वहीं, रात्रि के समय अधिकांश स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी रहती हैं जिसके कारण गलियों में अंधेरा छाया रहता है।
अगर रात को किसी महिला या व्यक्ति को बाहर निकलना पड़े तो उन्हें काफी असुविधा होती है। साथ ही रात्रि गश्त पर भी पुलिस की गाड़ी वार्ड में नहीं आती जिसके कारण लोग अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसके बारे में नगर निगम प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा और न ही पूर्व पार्षद भी इसके स्थायी समाधान के लिए कोई कदम उठा सके।
अब लोगों को नए पार्षद से उम्मीदें हैं कि वह उनकी समस्याओं को हल करवाएगा। इसी के चलते पार्कों, गलियों व लोगों की मंडली के बीच भी भावी प्रत्याशियों को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं।