Edited By Updated: 02 Oct, 2015 03:03 PM
शहर के देवी लाल पार्क में लाइटों के खुले तार किसी भी समय हादसे का सबब बन सकते हैं। कोई भी बच्चा अनजाने
बहादुरगढ़, (का.प्र.) : शहर के देवी लाल पार्क में लाइटों के खुले तार किसी भी समय हादसे का सबब बन सकते हैं। कोई भी बच्चा अनजाने में इनकी चपेट में आ सकता है। हुडा विभाग की ओर से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। देवी लाल पार्क में सुबह-शाम सैर करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। सुबह-शाम काफी परिवार बच्चों के साथ यहां चहल कदमी के लिए पहुंचते हैं, जिस तरह से लाइटों के तार खुले पड़े हैंं उनसे यहां पर किसी भी तरह के हादसे की आशंका बनी हुई है। 50 फीसदी लाइटों के तारों के बाक्स खुले पड़े हैं। ऐसे में यदि कोई भी छोटा बच्चा अनजाने में इनकी चपेट में आ जाए तो उसका जिम्मेदार आखिरकार कौन होगा?
पार्क में सुविधाएं बढ़ाने और देखरेख के लिए काफी लोग लिखित तौर पर प्रशासन को शिकायत दे चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा। दीपक जैन, पवन जैन, अशोक गौतम, शिव कुमार गुप्ता, रमणिक व सतपाल ने बताया कि पार्क में फैंसी लाइटों के लिए जो खंभे लगाए गए हैं उनके ऊपर से लाइटें भी गायब हो गई हैं और तारों के ऊपर से बाक्स के ढक्कन भी नदारद हैं। तारों के जोड़ इस बाक्स के बाहर तक दिखाई देते हैं। विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को शायद इसकी परवाह नहीं। लोगों का कहना है कि पार्क के रखरखाव की तरफ हुडा की ओर से फिलहाल नाममात्र ध्यान दिया जा रहा है। एक करोड़ से ज्यादा लागत से बनाए गए इस पार्क में फिलहाल कई अव्यवस्थाएं हैं।
क्या कहते हैंं एस.डी.एम.
एस.डी.एम. अमरदीप जैन का कहना है कि रखरखाव का कार्य मैन्टीनेंस विभाग का होता है। इसके लिए वे संबंधित विभाग के अधिकारियों को तलब करेंगे।