Edited By Deepak Paul, Updated: 11 Dec, 2018 01:12 PM
दैनिक रेल यात्री संघ महेन्द्रगढ़ के सुन्दर लाल जौरसिया, सदस्य जोनल रेलवे उपयोगकर्ता सलाहकार समिति उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर ने एक मांग पत्र स्टेशन मास्टर महेन्द्रगढ़ को सौंपकर निम्न रेलगाडिय़ों का आवागमन सुनिश्चित करने की मांग की है। उन्होंने ज्ञापन...
महेंद्रगढ़(मोहन/ परमजीत): दैनिक रेल यात्री संघ महेन्द्रगढ़ के सुन्दर लाल जौरसिया, सदस्य जोनल रेलवे उपयोगकर्ता सलाहकार समिति उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर ने एक मांग पत्र स्टेशन मास्टर महेन्द्रगढ़ को सौंपकर निम्न रेलगाडिय़ों का आवागमन सुनिश्चित करने की मांग की है। उन्होंने ज्ञापन में लिखा है कि गाड़ी नम्बर 54309/10 का सादलपुर के रास्ते हिसार तक विस्तार करना, गाड़ी नम्बर 14055/56 ब्रह्मपुत्र मेल का गंगानगर तक विस्तार, भोपाल एक्सप्रैस 12155/6 का बीकानेर तक विस्तार, लखनऊ मेल 12229/30 का सीकर तक विस्तार, बीकानेर से हरिद्वार वाया रेवाड़ी नियमित करने बारे, सियालदाह से दिल्ली का बाड़मेर तक विस्तार, गाड़ी नम्बर 22471/72 का सतनाली मे ठहराव करने बारे, गाड़ी नम्बर 22471 में टू एस की सुविधा दिलाने जाने बारे, सतनाली में डहीना जैनाबाद पार्किंग व्यवस्था करने बारे तथा इसके अलावा ए.के. दुबे मंडल प्रबन्धक बीकानेर मंडल, उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर को भी क्षेत्र की विभिन्न लंबित मांगों के बारे में अवगत करवाया।
इसके अलावा तेजपाल सिंह महाप्रबंधक उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर को भी गाड़ी नम्बर 54309/10 और गाड़ी नम्बर 74845/46/47/48 में मर्ज करके वाया सादलपुर, हिसार से चलने की मांग की गई। सुन्दर लाल ने बताया कि क्षेत्र के लोगों का आवागमन गुरुग्राम व दिल्ली की ओर है परन्तु उत्तर-पश्चिम रेलवे की सभी पैसेंजर गाडिय़ां रेवाड़ी जंक्शन पर ही खत्म हो जाती हैं तथा रेवाड़ी से आगे की यात्रा गाड़ी बदलकर पूरी करनी पड़ती है जो कि बहुत ही पीड़ादायक होती है।
रेवाड़ी से लुहारू सैक्शन के वाॢषक निरीक्षण के दौरान भी पूरे क्षेत्र के सभी रेलवे स्टेशनों की एक ही मांग रखी गई थी कि क्षेत्र से दिल्ली की सीधी पैसेंजर गाड़ी दी जाए परंतु काफी समय बीत जाने के बाद भी यह मांग ज्यों की त्यों पड़ी है। उत्तर रेलवे की गाड़ी संख्या 54309/10 की संख्या 4845/46/47/48 के साथ मर्ज कर सादलपुर के रास्ते हिसार तक चलाया जाए ताकि क्षेत्र के लोगों को गुरुग्राम व दिल्ली जाने के लिए आसानी हो सके। उनका यह भी आरोप है कि रेलवे के उच्च अधिकारियों द्वारा हठधर्मी के कारण इस पिछड़े क्षेत्र की उपरोक्त मांगों को रद्दी की टोकरी में डाल दिया जाता है। अगर में महेन्द्रगढ़ जिले की जनता के साथ रेलवे अधिकारियों का यही व्यवहार रहा तो लोगों आगामी 16 दिसम्बर को सभी स्टेशनों पर सांकेतिक धरना दिया जाएगा।