Edited By Deepak Paul, Updated: 16 Jan, 2019 03:02 PM
गांव से शहर के लिए आवागमन करने वाली टैम्पो चालक सवारियों के जीवन के साथ सरेआम खेल रहे हैं। ये टैम्पो चालक लोगों को रिस्क के साथ तेज गति से चलते हुए लोगों की जान जोखिम में डालकर सवारियां ढोते हैं...
नारनौल (संतोष): गांव से शहर के लिए आवागमन करने वाली टैम्पो चालक सवारियों के जीवन के साथ सरेआम खेल रहे हैं। ये टैम्पो चालक लोगों को रिस्क के साथ तेज गति से चलते हुए लोगों की जान जोखिम में डालकर सवारियां ढोते हैं। ये आटो चालक अपने आटो की क्षमता से अधिक सवारियों को बिठाकर चला रहे हैं। शहर तथा गांवों से चलने वाले आटो चालक न केवल ज्यादा सवारियां बिठाते हैं बल्कि तेज गति से भी वाहन चलाते हैं।
उक्त आटो की क्षमता 8 से 10 सवारियों की होती है तथा ये अपने आटो में 10 से 20 तक सवारियां बिठा लेते हैं। इससे लोग कई बार हादसों के शिकार बन चुके हैं। इस तरह के हादसों से बचने के लिए सदर थाने में ट्रैफिक प्रबंधक द्वारा आटो चालकों की मीटिंग ली तथा उन्हें हिदायत दी थी कि वे अपने वाहनों में क्षमता से अधिक सवारियां न बिठाएं। इस के बाद भी आटो चालकों पर कोई असर नहीं पड़ रहा।
जिला की ट्रैफिक पुलिस एक बार हिदायतें देकर चुप बैठ गई हैं लेकिन आटो चालक अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। गांवों के मार्ग उबड़-खाबड़ होने के कारण अनेक बार ओवर लोट आटो पलट जाते हैं तथा सवारियों को घायल तक कर देते हैं। सवारियों से किराए के लालच ने उक्त आटो चालकों को स्वार्थ में बांध दिया है तथा वे सवारियां बिठाते समय सड़क के किसी नियम को नहीं मानते। लापरवाही के साथ सड़कों पर दौडऩे वाले ये आटो चालक सवारियों को बाहर तक बिठाते हैं जिससे कोई भी सवारी कहीं भी झटके के साथ गिर सकती है।