Edited By Isha, Updated: 17 Jul, 2019 12:28 PM
अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप दहिया ने मंगलवार को जिला सचिवालय में नगर परिषद सोलिड वेस्ट मैनेजमैंट के लिए गठित जिला स्तर की स्पैशल टास्क फोर्स कमेटी की समीक्षा बैठक में नगर परिषद के अधिकारियों को शहर के शौचालयों की दयनीय
रेवाड़ी (गंगाबिशन): अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप दहिया ने मंगलवार को जिला सचिवालय में नगर परिषद सोलिड वेस्ट मैनेजमैंट के लिए गठित जिला स्तर की स्पैशल टास्क फोर्स कमेटी की समीक्षा बैठक में नगर परिषद के अधिकारियों को शहर के शौचालयों की दयनीय हालत को लेकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि अगले 15 दिन में शौचालयों का जो भी कार्य रुका हुआ है, उसे पूरा करें तथा अच्छे शौचालय बनवाए।
ए.डी.सी. प्रदीप दहिया ने अधिकारियों से कहा कि बल्क वेस्ट जनरेर्स की पहचान कर उन्हें सूखा और गीला कचरा अलग-अलग करके उसका निस्तारण करें इसमें सभी सहयोग करें। डोर-टू-डोर कचरा इक_ा करवाने की सुविधा शीघ्र शुरू की जाए। उत्पन्न होने वाले गीले कचरे से उनके द्वारा कम्पोस्ट खाद बनाया जाए तथा बाकी कचरे का निष्पादन करें। उन्होंने कहा कि कम्पोस्ट खाद बनाने के 2 लाभ है एक तो इससे आॢथक लाभ मिलेगा, वहीं पर्यावरण के लिए भी ठीक रहेगा। उन्होंने नगर परिषद, नगरपालिका के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ई-वेस्ट की जगह भी निर्धारित करें। डोर-टू-डोर कलैक्शन के बारे में कार्य न होने पर उन्होंने नगर परिषद के प्रशासक को निर्देश दिए कि इस मामले में कार्यकारी अभियंता से स्पष्टïीकरण मांगा जाए।
उन्होंने बैठक में रामसिंहपुरा लैंडफिल साइट नगर परिषद के नाम ट्रांसफर करने, बल्क वेस्ट जैनरेटरों द्वारा डी-सैंट्रलाइज्ड वेस्ट प्लांट लगाना, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमैंट, ई-वेस्ट मैनेजमैंट, सी एंड डी वेस्ट मैनेजमैट, बायो मैडीकल वेस्ट मैनेजमैंट, नई अनाज मंडी व सब्जी मंडी से उत्पन्न होने वाले वेस्ट के रखरखाव के बारे में समीक्षा की। ए.डी.सी. ने बताया कि रेवाड़ी में 73 बल्क वेस्ट जैनरेटर है, इसके अतिरिक्त धारूहेड़ा में 85, बावल में 48 बल्क वेस्ट जैनरेटर हैं, जिनमें स्कूल, कालेज, वैंकट हॉल, होटल रैंस्टोरैंट, अस्पताल, मार्कीट एसोसिएशन, सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाएं, राज्य सरकार व केन्द्र सरकार के सभी कार्यालय शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल 2016 के प्रावधान के अनुसार सभी वेस्ट जैनरेटर जो रोजाना औसतन 100 किलोग्राम कचरा उत्पन्न करते हंै उनको अलग-अलग पात्रों में संग्रह करना होगा तथा गीले कचरे का डी सैंटरलाइज तरीके से कम्पोस्ट खाद बनाए। उन्होंने कहा कि सफाई में रेवाड़ी में रैकिंग के हिसाब से सुधार हुआ है लेकिन अभी इसमें बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होंने कहा कि बैंक्वेट हॉल व अस्पतालों के सामने बैनर लगाकर लोगों को कचरे के बारे में जागरूक करें। इस मौके पर एस.डी.एम. रेवाड़ी व प्रशासक नगर परिषद रविन्द्र यादव, बावल के एस.डी.एम. रविन्द्र कुमार, डी.एस.पी. जमाल खान, डी.डी.पी.ओ. डा. ए.सी. कौशिक, डा. कृष्ण कुमार, प्रधान डा. नरेन्द्र यादव, ई.ओ. नगर परिषद मनोज यादव आदि उपस्थित थे।