Edited By Sanjeev Nain, Updated: 02 Dec, 2020 02:47 AM
तीसरी मंजिल से हथकड़ी खोलकर पानी की पाइप के जरिए भागा चोरी का आरोपी बंदी
पानीपत, (संजीव नैन) : सिविल अस्पताल की तीसरी मंजिल पर कोरोना रोगियों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती चोरी का आरोपी कैदी पाइप के रास्ते नीचे उतर कर फरार हो गया। पूरे मामले के बाद अस्पताल में हडक़म्प मच गया तथा ड्यूटी पर तैनात गार्द को मामले की सूचना दी गई। जिस पर गार्द द्वारा उच्चाधिकारियों को मामले से अवगत करवाकर नाकाबंदी भी करवाई गई लेकिन बंदी का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। बहरहाल थाना शहर पुलिस सहित कई टीमें बंदी की तलाश में जुट गई हैं। उच्चाधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं। ड्यूटी में तैनात 6 कर्मचारियों की भी जांच के आदेश डीएसपी मुख्यालय द्वारा दे दिए गए हैं। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
थाना मॉडल टाऊन पुलिस द्वारा करीब 25 दिन पहले गांव सौदापुर निवासी गौरव पुत्र महेन्द्र को बैटरी चोरी के आरोप में पकड़ा था। जिसे बाद में अदालत में पेश करने पर अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। न्यायिक हिरासत में जेल में रहने के दौरान गत बुधवार को आरोपी की तबियत अचानक खराब हो गई। जिस पर उसे इलाज के लिए ले जाया गया तो डाक्टरों की सलाह पर बंदी का कोरोना का सैम्पल लिया गया जो कि बाद में पॉजिटिव पाया गया। जिस पर गौरव को उपचार के लिए पानीपत सिविल अस्पताल की तीसरी मंजिल पर कोरोना मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया था। हालांकि पुलिस द्वारा आरोपी को हथकड़ी भी लगाई गई थी वहीं वार्ड के बाहर गार्द की तैनाती भी की गई थी लेकिन सोमवार की देर रात को बंदी गौरव किसी तरह से अपने आप को हथकड़ी के बंधन से मुक्त करवाकर बिल्डिंग के साथ जा रही पानी की पाईप लाइन के पास पहुंचा तथा उसके सहारे नीचे उतर कर फरार हो गया। जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपी के खिलाफ थाना शहर में एक अन्य केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। मामले के जांच अधिकारी इंस्पेक्टर नरेश ने बताया कि इस प्रकार से कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज के दौरान फरार होना गंभीर मामला है। जिसके बाद आरोपी पर केस दर्ज करते हुए उसकी सूचना जिला के सभी सभी थाने, चौकी, नाके, पीसीआर, राइडर, खुफिया तंत्र को बीटी के माध्यम से भेज दी गई है। साथ ही आरोपी की फोटो भेजकर सभी को अलर्ट कर दिया गया है। जल्द ही आरोपी को अरैस्ट कर लिया जाएगा।
बाक्स
पहले भी फरार हो चुके हैं कोरोना संक्रमित
सिविल अस्पताल से कोरोना संक्रमित व्यक्ति का इस प्रकार से फरार होने की यह कोई पहली घटना नहीं है। बल्कि इससे पूर्व भी ईएसआई अस्पताल से तीन लोग फरार हो चुके हैं। वहीं एनसी मैडिकल कालेज व सिविल अस्पताल से ऐसे लोग भी फरार हुए हैं जो सैम्पल देने के लिए पहुंचे थे। इस प्रकार से अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड से मरीजों का भागना न केवल स्वास्थ्य विभाग बल्कि पुलिस के लिए भी कड़ी चुनौती है।
वर्जन
आरोपी की तलाश में पुलिस की तीन टीमें लगी हुई हैं, साथ ही उसके परिजनों से भी मामले को लेकर पूछताछ जारी है। जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा। किसी भी कोरोना पॉजिटिव का इस प्रकार से फरार होना गंभीर मामला है, उसकी वजह से समाज में कोरोना फैल सकता है। ऐसी हरकतें बर्दास्त नहीं की जाएंगी। साथ ही ड्यूटी में तैनात 6 कर्मचारियों की भी जांच शुरू कर दी गई है। जांच में जिस भी कर्मचारी की लापरवाही मिलेगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- सतीश वत्स, डीएसपी मुख्यालय।
रिपोर्ट : संजीव नैन, पानीपत।