Edited By Punjab Kesari, Updated: 11 Sep, 2017 12:29 PM
गुरुग्राम के रेयान इंटरनैशनल स्कूल के छात्र प्रद्युमन की दर्दनाक हत्याकांड की जांच खट्टर सरकार कभी भी सी.बी.आई. को सौंप सकती है।
चंडीगढ़ (पांडेय):गुरुग्राम के रेयान इंटरनैशनल स्कूल के छात्र प्रद्युमन की दर्दनाक हत्याकांड की जांच खट्टर सरकार कभी भी सी.बी.आई. को सौंप सकती है। हालांकि अभी तक सरकार का एक वर्ग पुलिस की जांच के इंतजार की बात कह रहा है, लेकिन सूत्रों की मानें तो दबाव बढ़ने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने सिपहसालारों से बातचीत कर सी.बी.आई. को जांच के लिए सिफारिश कर सकते हैं। वजह भी साफ है कि पुलिस की प्राथमिक जांच में जिस बस कंडक्टर को आरोपी बनाया गया है वह बात किसी के गले नहीं उतर रही है।
मासूम प्रद्युमन हत्याकांड में एक दिन पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल की ओर से भी उच्चस्तरीय जांच का संकेत दिया जा चुका है। उच्चपदस्थ सूत्रों की मानें तो आज मुख्यमंत्री के चंडीगढ़ पहुंचने पर ही इस मामले में विचार-विमर्श किया जा सकता है। जिस तरह से यह हत्याकांड राष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियां बन गया है। उससे लगता है कि अगले 2 दिनों में सरकार सी.बी.आई. जांच के लिए सिफारिश कर सकती है।
पुलिस की जांच पर क्यों नहीं है भरोसा
हरियाणा में कई ऐसे मामले सामने आए, जिसमें पुलिस की जांच पर सवाल उठते रहे हैं। वर्षों पहले फरीदाबाद के सुनपेड़ गांव में दलित परिवार के बच्चों को जिंदा जलाने के मामले में दबाव बढऩे के बाद सरकार ने मामले की जांच सी.बी.आई. को सौंपी थी। इसके अलावा जाट आरक्षण आंदोलन में सरकार के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु की कोठी जलाने की जांच को भी सरकार ने सी.बी.आई. के हवाले किया। हालांकि इस कांड में अन्य मामलों की जांच हरियाणा पुलिस ही कर रही है। इसके अलावा सरकार ने भ्रष्टाचार के मामलों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पूर्व की हुड्डा सरकार के कार्यकाल में हुई कमियोंं की जांच सी.बी.आई. को सौंप दी थी। इनमें औद्योगिक प्लाट आबंटन मामला, नैशनल हेराल्ड प्लाट प्रकरण और मानेसर जमीन घोटाला शामिल है।