Edited By vinod kumar, Updated: 24 Mar, 2021 09:05 PM
26 जनवरी को लाल किले पर हुई घटना को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकरा पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एक पाइप पर धार्मिक झंडा लगा दिया तो क्या पाप कर दिया। जबकि सरकार ने तो लाल किले को पहले ही बेच दिया है और ऐसे 26 संस्थानों को बेचने की...
रोहतक (दीपक भारद्वाज): 26 जनवरी को लाल किले पर हुई घटना को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकरा पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एक पाइप पर धार्मिक झंडा लगा दिया तो क्या पाप कर दिया। जबकि सरकार ने तो लाल किले को पहले ही बेच दिया है और ऐसे 26 संस्थानों को बेचने की तैयारी चल रही है। यही नहीं उन्होंने कहा कि सरकार ने अगले 20 साल का खाका तैयार कर लिया है कि किस तरीके से किसानों को जमीन से विहीन किया जा सके और सरकार चाहती है कि किसानों की जमीन पर फैक्ट्री लग जाएं जिसमें किसान मजदूरी करें।
बुधवार को रोहतक के महम में किसान पंचायत आयोजित की गई। जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत शिरकत करने के लिए पहुंचे। यहां उन्होंने ऐलान कर दिया कि किसान आंदोलन को समर्थन करने वाले लोगों को सरकार तंग ना करें, उसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिस तरीके से आंदोलन को समर्थन करने वाले लोगों के खिलाफ छापेमारी की जा रही है वह गलत है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दे डाली है कि अगर अब छापेमारी हुई तो जांच एजेंसियों को सबक सिखाने के लिए बंधक बना लिया जाएगा।
वहीं हरियाणा में नुकसान भरपाई बिल को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि सबसे पहले तो मनोहर लाल खट्टर को भरपाई करनी चाहिए, जो उन्होंने किसान आंदोलन के चलते हरियाणा की सड़कों का नुकसान किया है। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल खट्टर का इलाज तो जनता ने कर दिया है, अगर हिम्मत है तो कहीं पर उतर कर दिखाएं। इसके साथ ही उन्होंने कहा उनका आंदोलन जब तक तीन कृषि कानून वापस नहीं होंगे तथा एमएसपी पर कानून नहीं बनेगा, ऐसे ही चलता रहेगा। यह आंदोलन सर्दी में शुरू हुआ था और अब सर्दी में ही खत्म होगा। वह सरकार से मांग करते हैं कि संयुक्त किसान मोर्चा से सरकार बातचीत करें।
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