Edited By Shivam, Updated: 10 Sep, 2018 10:26 PM
साइबर सिटी गुरुग्राम में नमाज का मुद्दा जोड़ तोड़ से चल रहा है। खुल्ले में हो रहा नमाज विरोध मामले को लेकर एक बार फिर हिन्दू संगठन ने सड़कों पर उतरना शुरू कर दिया है। भारत बचाओ संगठन के संयोजक अपने समर्थकों के साथ आमरण अनशन पर बैठे हैं। इस अनशन ने...
गुरूग्राम(सतीश): साइबर सिटी गुरुग्राम में नमाज का मुद्दा जोड़ तोड़ से चल रहा है। खुल्ले में हो रहा नमाज विरोध मामले को लेकर एक बार फिर हिन्दू संगठन ने सड़कों पर उतरना शुरू कर दिया है। भारत बचाओ संगठन के संयोजक अपने समर्थकों के साथ आमरण अनशन पर बैठे हैं। इस अनशन ने हिन्दू संगठन के लोगों और अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व डासना माता मंदिर के महंत यति नरसिंहानन्द सरस्वति ने अपने एक दर्जन साधु संतो के साथ अपना समर्थन दिया है।
गुरुग्राम के मिनी सचिवालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठे भारत बचाओ संगठन के संयोजक विकर्म यादव का कहना है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों के सामने सभी अधिकारी बेबस हैं, इसलिए ये लोग आज भी खुले में नमाज पढ़ रहे हैं। इस शुक्रवार तक भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे उसके बाद साधु-संतो के साथ अग्निसमाधी लेंगे।
अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व डासना माता मंदिर के महंत यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने स्थानीय प्रशासन के साथ साथ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा है कि भारत को आज खतरा है। देश में रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमानो की भरमार है। इस्लाम के सामने सभी राज्य और केंद्र की सरकार घुटने टेक रही है। इसलिए आज हमारा देश बिछड़ रहा है, लेकिन इस बार हम हार नहीं मानेंगे। पिछली बार आत्मदाह करते वक्त पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन इस बार अगर शुक्रवार तक प्रशासन नींद से नहीं जागा तो सभी लोग यहीं चिता तैयार करके अग्नि समाधी ले लेंगे।
गौरतलब है कि गुरुग्राम पिछले एक साल से खुले में हो रहे नमाज का मुद्दा उठ रहा है। सबसे पहले गुरुग्राम के वजीराबाद में खुल्ले में नमाज पढ़ रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों को कुछ हिन्दू संगठन के लोगो ने उठा दिया था। उसके बाद विवाद बढ़ता रहा हिन्दू संगठन के विरोध के बाद नमाजियों के नमाज पढऩे के लिए 37 स्थान चिन्हित किए गए। लेकिन ये स्थान सिफर रमजान तक था लेकिन उसके बाद नहीं मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिद की कमी होने का हवाला देकर आज भी उसी स्थान पर नमाज पढ़ रहे हैं। दो दिन पहले ही शीतला माता मंदिर के सामने मुस्लिम मस्जिद बनाकर नमाज पढऩा शुरू कर दिया। उसके बार एक बार फिर विवाद बढ़ गया है।