Edited By Punjab Kesari, Updated: 29 Jan, 2018 11:42 PM
तो आज का सबसे उचित सवाल है कि हिंसा भड़काने के आरोप में हिरासत में लिए गए करणी सेना के महासचिव सूरजपाल अम्मू विज की क्या शरण में आ गए हैं? ऐसा लगता है कि सूरजपाल अम्मू को जेल की हवा का नुकसान न कर जाए इसलिए यह बीमारी वगैरह का बहाना बनाकर अस्पतालों...
रोहतक: तो आज का सबसे उचित सवाल है कि हिंसा भड़काने के आरोप में हिरासत में लिए गए करणी सेना के महासचिव सूरजपाल अम्मू क्या विज की शरण में आ गए हैं? ऐसा लगता है कि सूरजपाल अम्मू को जेल की हवा का नुकसान न कर जाए इसलिए यह बीमारी वगैरह का बहाना बनाकर अस्पतालों में दिन काटने की योजना है। अम्मू को जिस दिन अदालत में पेश होना था उसी रात उनके सीने में उठा यह दर्द गुरूग्राम के डॉक्टरों को समझ नहीं आया, इसलिए रोहतक के पीजीआई में अम्मू की सेवा की जा रही है, जबकि चर्चा दिल्ली सफदरजंग के अस्पताल में जाने की थी। गुरुग्राम के डॉक्टरों ने तो यह कहा था कि अम्मू की तबियत खतरे से बाहर है। कुछ यही बातें हैं जो अम्मू को लेकर चल रही गतिविधियों से सवाल उठाती हैं।
सवाल ये है कि, क्या अनिल विज की शरण में आए हैं सूरज पाल अम्मू?
इस सवाल के पैदा होने का कारण कुछ इस तरह है कि,
सूरजपाल अम्मू स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के करीबी हैं, अम्मू तो भाजपा के पूर्व मीडिया कॉर्डिनेटर भी रह चुके हैं। जिस तरह से अम्मू ने पद्मावत का विरोध किया उसी तरह अनिल विज ने भी आवाज उठाई और बुलंद करते हुए सीएम खट्टर तक पहुंचा दी। और इसका अच्छा खासा असर भी हुआ। असर ये कि हरियाणा में पद्मावत को बैन कर दिया गया वो भी एक खास कैबिनेट की बैठक में। हालांकि, बाद में सुप्रीम कोर्ट ने अपना हथौड़ा चला दिया और सभी प्रयास पानी हो गए।
अब जब मामला काफी हद तक निपट गया है मतलब पद्मावत रिलीज हो गई जिसके लिए इतनी हिंसा फैलाई गई और हिंसा का उकसाने के लिए अम्मू को हिरासत में भी लिया गया। बस इसी हिरासत के दर्द से बचने के लिए अम्मू को 'जेल की हवा' की बजाए 'अस्पताल की दवा' खिलाने की योजना है।