Edited By Updated: 02 Nov, 2016 01:15 PM
हरियाणा का एक और आई.टी.बी.पी. जवान छत्तीसगढ़ में उग्रवादियों से मुकाबला करते हुए शहीद हो गया।
झज्जर: हरियाणा का एक और आई.टी.बी.पी. जवान छत्तीसगढ़ में उग्रवादियों से मुकाबला करते हुए शहीद हो गया। मिली जानकारी के अनुसार दिवाली की रात जब आतिशबाजी का शोर हो रहा था तभी उग्रवादियों ने कैंप में फायरिंग की। सेना को लगा कि ये गोलियों की नहीं पटाखों की आवाज है और इसी गलत फहमी में हरियाणा का जवान दीपक शहीद हो गया।
तिरंगे में लिपटा आया शव
दिवाली की रात छत्तीसगढ़ के बसैली में शहीद हुए दीपक का मंगलवार को तिरंगे में लिपटा शव जैसे ही सेना के जवान गांव में लेकर पहुंचे, पूरे गांव में मातम को माहौल छा गया। जब जवान का शव उसके घर पहुंचा तो शहीद की मां व तीनों बहनें बेसुध हो गईं। इसके साथ ही सैंकड़ों की सख्या में लोग शहीद के अंतिम दर्शन के लिए इकट्ठे हो गए। इसके बाद शहीद का शव राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हो गया।
भैया दूज पर गांव आने का किया था वादा
दीपक ने अपनी तीनों बहनों ममता, सीमा व स्वदेश से वादा किया था कि वो भैया दूज पर गांव आएगा। ये बात उसने फोन पर अपने परिवार से कही थी, जहां परिवार उसके घर आने का इंतजार कर रहा था। वहीं, उसकी जगह तिरंगे में लिपटा उसका पार्थिव शरीर पहुंचा।