Edited By Rakhi Yadav, Updated: 29 Oct, 2018 11:12 AM
वर्तमान के ज्वलंत मुद्दों को लेकर हरियाणवी चौपाल पर खूब चर्चा हुई। बिगड़ती सामाजिक व्यवस्था तथा पाश्चात्य संस्कृति के बढ़ते प्रभाव को लेकर भी चौपाल में लोग चिंतित दिखे। युवाओं ने चौपाल के माध्यम.....
कुरुक्षेत्र(धमीजा): वर्तमान के ज्वलंत मुद्दों को लेकर हरियाणवी चौपाल पर खूब चर्चा हुई। बिगड़ती सामाजिक व्यवस्था तथा पाश्चात्य संस्कृति के बढ़ते प्रभाव को लेकर भी चौपाल में लोग चिंतित दिखे। युवाओं ने चौपाल के माध्यम से देश के सबसे ज्वलंत मुद्दे धारा 377 व 497 पर खुलकर विचार व्यक्त किए। दर्शकों ने चौपाल में हो रही चर्चा का आनंद लिया। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम हॉल में हरियाणावी संस्कृति, जीवनशैली, परम्परागत रीति-रिवाजों, हरियाणा के गौरवशाली इतिहास, किस्सों, कथाओं, मखौल, गप्पे एवं गपुरी का हरियाणवी चौपाल के माध्यम से मंचन किया। चौपाल के माध्यम से समाज में फैली विसंगतियों, कुरीतियों व बुराइयों पर कटाक्ष किया गया।
एकल परिवार, पर्यावरण प्रदूषण, सामाजिक व्यवहार, लोक लाज व कर्म ही मनुष्य को महान बनाता है, का संदेश रत्नावली के मंच से दिया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि हरियाणा के अधिवक्ता जनरल बलदेव राज महाजन ने भी युवाओं द्वारा मंच के माध्यम से उठाए सामाजिक मुद्दों का समर्थन किया। चौपाल विधा में सबसे पहले पी.जी. कालेज पानीपत की टीम ने सामाजिक बुराइयों व कुरीतियों पर कटाक्ष करने के साथ हरियाणा के रहन-सहन व लोगों की जिंदादिली का प्रदर्शन किया।