Edited By Isha, Updated: 23 Aug, 2019 02:58 PM
दर्जनों गांवों में कहर मचाने के बाद मारकंडा नदी का जलस्तर कम हो रहा है। वीरवार दोपहर तक नदी में 5 हजार क्यूसिक पानी रह गया है। जलस्तर कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली है और प्रशासन को भी सुकून मिला है।
शाहाबाद मारकंडा: दर्जनों गांवों में कहर मचाने के बाद मारकंडा नदी का जलस्तर कम हो रहा है। वीरवार दोपहर तक नदी में 5 हजार क्यूसिक पानी रह गया है। जलस्तर कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली है और प्रशासन को भी सुकून मिला है। क्योंकि 10 सालों के बाद नदी में इतना जलस्तर बढ़ा है। जिससे नदी के साथ लगते दर्जनों गांवों जलमग्न हो गए थे।
सड़कें भी पानी में डूब गई थीं। हालांकि, ग्रामीण अभी भयभीत हैं कि नदी में जलस्तर कहीं फिर से न बढ़ जाए। अमरेन्द्र कठवा व रिंकू कठवा ने कहा कि अभी भी पानी गांवों की सड़कों व खेतों में खड़ा है जब तक पूरे पानी की निकासी नहीं हो जाती, तब तक समस्या बनी रहेगी। नदी की मार साथ लगती गौशालाओं में हुई है। गौशालाओं के संचालकों ने सहयोग की अपील भी जनता से की है।