Edited By Deepak Paul, Updated: 12 Jul, 2018 12:56 PM
सुभाष मंडी पुलिस चौकी के इंचार्ज सेवा सिंह व उनकी टीम की तत्पर्ता से मात्र 24 घंटे में उस ई-रिक्शा चालक को ढूंढ निकाला और उस महिला का पता लगा लिया जिसके चलते पटियाला बैंक कालोनी का एक परिवार मंगलवार को दिनभर दहशत में रहा। सूत्रों के अनुसार नन्हे...
थानेसर(नरुला): सुभाष मंडी पुलिस चौकी के इंचार्ज सेवा सिंह व उनकी टीम की तत्पर्ता से मात्र 24 घंटे में उस ई-रिक्शा चालक को ढूंढ निकाला और उस महिला का पता लगा लिया जिसके चलते पटियाला बैंक कालोनी का एक परिवार मंगलवार को दिनभर दहशत में रहा। सूत्रों के अनुसार नन्हे छात्र के परिजनों ने पुलिस को उनके घर आए ई-रिक्शा चालक का केवल हुलिया बताया था। इसके बाद पुलिस उक्त बच्चे के पिता को लेकर दिनभर सी.सी.टी.वी. की फुटेज खंगालती रही।
सुभाष मंडी पुलिस चौकी के इंचार्ज बच्चे के परिजनों द्वारा बताए गए हुलिए और सी.सी.टी.वी. फुटेज की मदद से ई-रिक्शा चालक तक पहुंची। जब ई-रिक्शा चालक ने पुलिस को पूरी बात बताई तो मामले की सच्चाई सामने आई जिससे नन्हे छात्र के परिजन और पुलिस को राहत की सांस मिली। मामले का खुलासा करते हुए चौकी इंचार्ज सेवा सिंह ने बताया कि यह सारा काम गलतफहमी से हुआ है। जो अनजान महिला मुंह ढांपकर जिस बच्चे के घर पहुंची थी, वह वास्तव में एक अन्य स्कूल में सेवादार है।
दोनों बच्चों का नाम व कालोनी एक ही होने के कारण यह गलतफहमी हुई। ई-रिक्शा चालक व महिला सेवादार उस बच्चे के घर से अनजान थे जहां से उन्हें बच्चे को ले जाना था।जरा-सी गलतफहमी से पुलिस व बच्चे के परिजनों के पसीने छूट गए और दिनभर कालोनी में भी दहशत का माहौल रहा। महिला ने बताया कि धूप और एलर्जी के कारण उसने चेहरा ढका हुआ था। बुधवार को सुभाष मंडी पुलिस चौकी में दोनों पक्षों के बीच बातचीत हुई और सारी गलतफहमी दूर होने के बाद शिकायतकत्र्ता ने शिकायत वापस ले ली। शिकायतकत्र्ता ने चौकी इंचार्ज सेवा सिंह व उनकी टीम के प्रयास को सराहा।'