Edited By Updated: 21 Apr, 2017 04:31 PM
अप्रैल महीने में ही गर्मी ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है।
करनाल (नरवाल):अप्रैल महीने में ही गर्मी ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। गर्मी के तल्ख होते तेवरों से तो मौसम वैज्ञानिक भी यह कहने लगे हैं कि आगे जेठ माह में तो इससे भी ज्यादा गर्मी का दौर शुरू होगा जो जानलेवा भी साबित हो सकता है। गर्मी के चलते उल्टी, दस्त, चक्कर आना और जी घबराना आदि बीमारियों का प्रकोप जारी है। सरकारी और गैरसरकारी अस्पतालों के आऊटडोर में औसत दिनों के मुकाबले मरीजों की संख्या में दोगुना इजाफा हुआ है। वीरवार को अधिकतम तापमान 43.0 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 20.7 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया, वहीं हवा की गती 10 से 15 कि.मी. प्रति घंटा दर्ज की गई, जो हवा नहीं लू है।
बता दें कि मैडीकल कालेज में इन दिनों ओ.पी.डी. में मरीजों की संख्या 3 हजार के पार हो गई है। जबकि तापमान में कमी के दौरान मरीजों की संख्या लगभग 1800 तक। अगर बीते 5 दिनों के ओ.पी.डी. में आने वाले मरीजों की संख्या पर नजर डालें तो गर्मी के कारण लगभग उल्टी दस्त के 300 मरीज, लू-ताप घात के 50 मरीज, चक्कर आने और जी घबराने के 100 मरीज आए। बुखार के मरीजों की संख्या 250 है। इतना ही नहीं गर्मी और धूल मिट्टी के मौसम से नेत्र और श्वास रोगियों की संख्या भी बढ़ने लगी है। मैडीकल कालेज में श्वास रोगियों की रोजाना 300 से ज्यादा ओ.पी.डी. है।