Edited By Isha, Updated: 15 Oct, 2019 03:21 PM
पी.आर. धान का सीजन लगभग अंतिम चरण में है। किसान मंडी मेंं धान लेक र पहुंच रहे हैं। मंडी व मंडी के बाहर सड़क पर धान के ढेर लगे हैं। मंडी में धान उतारने की जगह न मिलने के कारण किसानों ....
नीलोखेड़ी (जसविन्द्र) : पी.आर. धान का सीजन लगभग अंतिम चरण में है। किसान मंडी मेंं धान लेक र पहुंच रहे हैं। मंडी व मंडी के बाहर सड़क पर धान के ढेर लगे हैं। मंडी में धान उतारने की जगह न मिलने के कारण किसानों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। धान की खरीद व उठान में देरी हो रही है। किसानों ने कहा कि 2-2 दिन से मंडी में पड़े हैं। पहले तो धान उतारने की जगह ही नहीं मिल पाती अगर जगह मिल भी जाती है तो खरीद समय पर नहीं हो पाती। सरकारी मूल्य पर धान नहीं खरीदी जा रही है।
मंडी मेें किसानों के साथ भारी लूटमार हो रही है। सरकारी रेट 1835 का है जबकि 1700 रुपए तक ही धान व्यापारियों द्वारा खरीदी जा रही है। मंडी प्रधान प्रदीप कुमार ने कहा कि सड़क पर धान के ढेर कई बार अधिक धान आने के कारण लग जाते है। क्योंकि किसान कम्बाइन मशीन से धान कटवाते हंै और दिन में अगर कई मशीन चल जाती हैं तो मंडी मेें धान उतारने की समस्या हो जाती है लेकिन यह समस्या ज्यादा समय तक नहीं रहती।
क्या कहते हैं मंडी सचिव
मंडी सचिव राकेश रावल ने कहा कि 2 दिन से लिफ्टिंग की समस्या हो रही थी, कुछ धान अधिक आने की वजय से समस्या हो गई है लेकिन आज लगभग मंडी में जगह खाली हो जाएगी।