Edited By kamal, Updated: 15 Apr, 2019 12:23 PM
दर्द अपनों की मौत का, दर्द अपनों के साथ न होने का दर्द हादसों में अपनों की जान गंवाने का कुछ ऐसे ही जख्मों...
करनाल (शैली): दर्द अपनों की मौत का, दर्द अपनों के साथ न होने का दर्द हादसों में अपनों की जान गंवाने का कुछ ऐसे ही जख्मों के साथ ताउम्र जीते हैं वे लोग जो अपनों को सड़क हादसों में खो चुके हैं। उनके दर्द को न तो कोई समझने वाला है और न ही कोई बांटने वाला। जाने अनजाने में सड़कों पर हादसे होते हैं कुछ लोगों की मौतें होती हैं कुछ उम्रभर के लिए अपंग बन जाते हैं लेकिन फिर भी इन हादसों की वजह की ओर ध्यान नहीं दिया जाता।
पिछले 4 महीनों में एन.एच.ए.आई. 44 (नैशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) पर 2018 जनवरी, फरवरी व 2019 जनवरी फरवरी के महीनों (लगभग 118 दिन) की बात करें तो इस पर तकरीबन 127 हादसे हुए हैं जिनमें से 61 लोगों ने अपनी जानें गवाई हैं और तकरीबन 66 लोग गंभीर रुपए से घायल हुए हैं। एन.एच.ए.आई. का नाम आते ही लोगों के जहन में एक ही बात आती कि इस पर तो हाई स्पीड से चला जाएगा लेकिन इन रास्तों पर अवैध कटों व हाई रिस्क प्वाइंट उन लोगों के जहन में नहीं आते और प्राय: यही प्वाइंट हादसों का मुख्य कारण बनते हैं। इन हादसों को जानने की कोशिश की तो पाया कि बलडी बाईपास से लेकर नई अनाज मंडी तक करीब 3 किलोमीटर के एरिया में 5 अवैध कट व 7 हाई रिस्क प्वाइंट देखने को मिले।
अवैध कट व हाई रिस्क प्वाइंट हाई
बलडी बाईपास के पास चर्च व कब्रिस्तान के पास, सक्षम फिङ्क्षलग स्टेशन, सैक्टर-4 नाले के साथ, एग्रो मोल के सामने शैलर के पास, मंडी चौक जनता ओटो मोबाइल के साथ, शिव फिङ्क्षलग स्टेशन से पहले, श्री दक्षिणा काली पीठ मंदिर के पास।
अवैध कट
अटल पार्क के पास 2 अवैध कट, पंजाब डिलैक्स के पास, चेतक कुकर के सामने, राजकीय महाविद्यालय के पास।