Edited By Updated: 15 Jul, 2016 11:14 AM
हरियाणा पुलिस के पूर्व आई.जी. रणबीर शर्मा ने आरोप लगाया कि...
चंडीगढ़ (पांडेय): हरियाणा पुलिस के पूर्व आई.जी. रणबीर शर्मा ने आरोप लगाया कि कैथल के गैंगेस्टर सुरेंद्र ग्योंग से जान का खतरा बताकर सुरक्षा की मांग रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक रणदीप सुर्जेवाला पूरी तरह से हाईकोर्ट को गुमराह कर रहे हैं। ग्योंग की गिरफ्तारी के दौरान कैथल के तत्कालीन एस.पी. रहे रणवीर शर्मा ने कहा कि सुर्जेवाला के सभी दावे झूठे हैं और ग्योंग से सुर्जेवाला व उनके परिवार को कोई खतरा नहीं है।
उन्होंने कहा कि ग्योंग व उसके किसी भी साथी ने जेल जाने तक सुर्जेवाला व उसके परिवार के किसी भी सदस्य को धमकी नहीं दी। शर्मा ने सुर्जेवाला पर हमला करने के साथ ही ग्योंग की पैरोल देने वाले अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
चंडीगढ़ प्रैस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में कैथल के तत्कालीन एस.पी. रहे रणबीर शर्मा ने कहा कि सुरेंद्र ग्योंग से असली खतरा तो उसे गिरफ्तार करने वाले तत्कालीन सी.आई.ए. इंस्पैक्टर अमरीक सिंह व उन परिवारों को है, जिनके परिवार को सुरेंद्र ग्योंग ने निशान बनाया है। रणबीर शर्मा ने कहा कि जब सुरेंद्र ग्योंग को गिरफ्तार किया गया तो उस समय कैथल में लीला राम और नरवाना में ओ.पी. चौटाला विधायक थे।
रणदीप सुर्जेवाला तो उस वक्त कैथल के विधायक भी नहीं थे। ऐसे में सुरेंद्र ग्योंग की आड़ लेकर रणदीप सुर्जेवाला का सुरक्षा मांगना बेबुनियाद है। शर्मा ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए कहा कि सुरेंद्र ग्योंग को गिरफ्तार करने वाले पुलिस अधिकारियों तथा उसे उम्रकैद की सजा दिलवाने में अहम रोल अदा करने वाले पत्रकार परमानंद के परिजनों व कैथल के कारोबार नरेंद्र अरोड़ा के परिजनों को सुरक्षा मुहैया करवाई जानी चाहिए।
ग्योंग के पैरोल प्रकरण की जांच करवाए सरकार
पूर्व आई.पी.एस. अधिकारी रणबीर शर्मा ने कहा कि सरकार को गैंगेस्टर सुरेंद्र ग्योंग के पैरोल देने के मामले की पुख्ता जांच करवानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनैतिक हस्तक्षेप के कारण सुरेंद्र ग्योंग को पैरोल दी गई है और इसमें संलिप्त अफसरों की जांच करवाकर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।