Edited By Isha, Updated: 22 Jun, 2019 12:17 PM
प्रदेश सरकार में एक और सुधार के निदेशक रॉकी मित्तल ने शुक्रवार एकाएक जब गुहला के लोक निर्माण विभाग रैस्ट हाऊस का औचक निरीक्षण किया तो पाया कि सरकार की नाक के नीचे किस कदर अधिकारी
गुहला/चीका (कपिल): प्रदेश सरकार में एक और सुधार के निदेशक रॉकी मित्तल ने शुक्रवार एकाएक जब गुहला के लोक निर्माण विभाग रैस्ट हाऊस का औचक निरीक्षण किया तो पाया कि सरकार की नाक के नीचे किस कदर अधिकारी मनमानी करते हुए नियम कानूनों को ताक पर रखते हैं। मित्तल ने पाया कि सी.एम. सूट में एस.डी.एम. गुहला कई महीनों से ठहरे हुए हैं। मित्तल ने मामले की जांच के लिए जब सी.एम. सूट को खुलवाया तो बिना किसी के मौजूदगी पंखें, ए.सी. व लाइटों को चलते पाया। रॉकी मित्तल ने लोक निर्माण विभाग का रजिस्टर चैक किया तो उसमें एस.डी.एम. मङ्क्षहद्र पाल के 11 दिन 3/5/19 से 13/5/19 रुकने की तिथि दर्ज थी। इसी दौरान रॉकी मित्तल ने रैस्ट हाऊस के मीटर की जांच की तो उसमें भी खामियां पाई गईं व एक मीटर बॉक्स को जला हुआ पाया गया। मित्तल ने कहा कि करोड़ों रुपए की लागत से बनाई गई बिल्डिंग को राम भरोसे की बिजली पर चलाया जा रहा था।
रॉकी मित्तल ने बताया कि रैस्ट हाऊस में भारी खामियां पाई गई हैं, सी.एम. सूट जोकि केवल सी.एम. साहब के लिए बनाया जाता है, उसका प्रयोग कोई दूसरा व्यक्ति नहीं कर सकता आज सी.एम. सूट में एस.डी.एम मङ्क्षहद्र पाल ठहरे हुए मिले हैं, जिसके लिए उन्होंने मुख्य सचिव और सी.एम. कार्यालय को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं कि किसी भी व्यक्ति को सी.एम. सूट का कमरा अलाट न किया जाए।
रॉकी मित्तल के समक्ष लोक निर्माण विभाग के एस.डी.ओ. जगदीश चंद्र ने तर्क दिया था कि अन्य कमरों में फर्नीचर को पालिश की गई थी, जिसकी वजह से उन कमरों में बदबू आ रही थी, जबकि सी.एम. सूनिर्माण कार्य के बाद तैयार किया गया सबसे पहला कमरा था, जिसमें फर्नीचर को पालिश भी पहले करवा दी गई थी। जिस कारण एस.डी.एम. सी.एम. सूट में ही ठहरे हुए हैं।
मित्तल ने बताया कि उन्हें एस.डी.एम. द्वारा कार्यालय में न होकर लोक निर्माण रैस्ट हाऊस में ही ठहरे रहने की गुप्त जानकारियां प्राप्त हो रही थीं। जब चीका में आकर देखा तो वाकई चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि मुख्यमंत्री के लिए विशेष तौर पर तैयार किए जाने वाले कमरों को अपनी बापौती समझते हुए अधिकारी अपनी मनमर्जी से उन्हें बिना किसी परमिशन के खुलवा लेते हैं और उनका प्रयोग करते हैं। मित्तल ने कहा कि आज कोई मुगल साम्राज्य का दौर नहीं है न ही मनमर्जी के चलने वाली सरकारों का दौर है। आज देश व प्रदेश में ईमानदार सरकार कार्य कर रही हैं।