Edited By Isha, Updated: 23 Jun, 2019 11:18 AM
धरोदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोडऩे की मांग को लेकर धरोदी गांव में तीसरे दिन भी ग्रामीणों का धरना जारी रहा। तीसरे दिन ग्रामीण महिलाओं ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर मटका फोड़ प्रदर्शन किया। तीसरे दिन धरने पर ग्रामीणों ने कहा कि
नरवाना (राजीव): धरोदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोडऩे की मांग को लेकर धरोदी गांव में तीसरे दिन भी ग्रामीणों का धरना जारी रहा। तीसरे दिन ग्रामीण महिलाओं ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर मटका फोड़ प्रदर्शन किया। तीसरे दिन धरने पर ग्रामीणों ने कहा कि अगर सरकार हमारी मांग को पूरा नहीं कर सकती तो हमारे गांवों को पंजाब राज्य से जोड़ दिया जाए।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते सरकार मांग क ो पूरा नहीं करती तो यह धरना आंदोलन की राह पकड़ सकता है। धरने की अध्यक्षता ईश्वर चहल फरैण द्वारा की गई और फैसला लिया गया कि सोमवार को ग्रामीण गांव से शहर तक अर्धनग्न प्रदर्शन करके सरकार को चेताने का काम करेंगे। ग्रामीण सतबीर, महताब सिंह, नन्नी राम, जुगती राम, विकास शर्मा, रामपाल, अमित, सुरेंद्र, सुरेश, राजबीर, रामनिवास, मेला, बोबली नैन, मिया सिंह, मांगेराम, चांदीराम, बजीर, धर्मपाल शर्मा, कमला, किताबो, ओमपति, संतोष, शांति, रामरति ने कहा कि धरोदी माइनर को भाखड़ा नहर से जोड़कर 11 गांवों को खुशहाल किया जा सकता है लेकिन राजनीतिक लोगों ने इसे केवल वोट बैंक के लिए मुद्दा बना दिया है।
ग्रामीण महिलाओं ने मटका फोड़ प्रदर्शन करते हुए कहा कि गांव में पीने के पानी की समस्या होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। महिलाओं ने कहा कि सरकार अपनी हठधर्मिता को छोड़ कर सकारात्मक रूख अपनाए और इन गांवों के लोगों को नई जिंदगी दे।