Edited By Isha, Updated: 17 Jul, 2019 11:03 AM
जींद सहकारी चीनी मिल की पिराई क्षमता बढ़ाने की डी.पी.आर. नैशनल शूगर फैडरेशन ने तैयार कर सहकारी चीनी मिल के प्रबंधकों को सौंप दी है। मिल की पिराई क्षमता बढ़ाने पर लगभग 24 करोड़ रुपए की
जींद (जसमेर): जींद सहकारी चीनी मिल की पिराई क्षमता बढ़ाने की डी.पी.आर. नैशनल शूगर फैडरेशन ने तैयार कर सहकारी चीनी मिल के प्रबंधकों को सौंप दी है। मिल की पिराई क्षमता बढ़ाने पर लगभग 24 करोड़ रुपए की राशि खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। जल्द इस डी.पी.आर. पर मंजूरी की मोहर लग गई तो अगले पिराई सत्र तक मिल की पिराई क्षमता बढ़ जाएगी।
सहकारी क्षेत्र की जींद सहकारी चीनी मिल की पिराई क्षमता बढ़ाने की योजना बहुत पुरानी है। पिराई क्षमता बढ़ाने की घोषणा 1998 में तत्कालीन सी.एम. बंसीलाल ने की थी। इसके लिए तब बंसीलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री बृजमोहन सिंगला ने वकालत की थी। पिछले 21 साल से कई बार चीनी मिल की पिराई क्षमता बढ़ाने की घोषणाएं तो हुई लेकिन इस पर गंभीरता से कदम आगे नहीं बढ़ाए गए। पहली बार मिल की पिराई क्षमता बढ़ाने की योजना पर गंभीरता से काम हुआ है।
सहकारी चीनी मिल की पिराई क्षमता बढ़ाने को लेकर मिल प्रबंधन नैशनल शूगर फैडरेशन की शरण में कुछ महीने पहले गया था। फैडरेशन के विशेषज्ञों ने कुछ समय पहले जींद सहकारी चीनी मिल का निरीक्षण इसकी पिराई क्षमता बढ़ाने के सिलसिले में किया था। आखिरकार नैशनल शूगर फैडरेशन ने पिराई क्षमता बढ़ाए जाने की योजना की डी.पी.आर. तैयार कर इसे मिल प्रबंधन को सौंप दिया है।
डी.पी.आर. में यह बताया गया है कि पिराई क्षमता बढ़ाने पर लगभग 24 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि खर्च होगी। इसके लिए मिल की वर्तमान मशीनरी में जो बदलाव करने पड़ेंगे और कौन सी मशीनरी नई लगानी पड़ेगी, इसकी सारी डिटेल इस डी.पी.आर. (डिटेल्ड प्रोजैक्ट रिपोर्ट) में बता दी गई हैं।
अब पिराई क्षमता बढ़ाने की फंङ्क्षडग पर होगा फैसला
सहकारी चीनी मिल की पिराई क्षमता बढ़ाने की इस योजना की डी.पी.आर. मिल प्रबंधन को मिल जाने के बाद अब 24 करोड़ रुपए से ज्यादा की फंङ्क्षडग पर फैसला होना है। इसे लेकर चीनी मिल के प्रबंधक निदेशक सत्यवान मान का कहना है कि 24 करोड़ रूपए से ज्यादा की राशि मिल की पिराई क्षमता बढ़ाने पर खर्च आने का अनुमान डी.पी.आर. में लगाया गया है। यह राशि मिल को लोन के रूप में मिलेगी या इस राशि को प्रदेश सरकार वहन करेगी, इसे लेकर अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में फैसला लिया जाएगा।
यह बैठक इसी सप्ताह हो रही है। मिल के निदेशक मंडल की बैठक में भी डी.पी.आर. का मसौदा रखा जाएगा। यह बैठक 18 जुलाई को बुलाई गई है। 24 करोड़ से ज्यादा की राशि खर्च कर चीनी मिल की पिराई क्षमता 16 हजार किं्वटल प्रतिदिन से बढ़ाकर 22 हजार किं्वटल प्रतिदिन की जाएगी।