Edited By Isha, Updated: 22 Feb, 2020 12:32 PM
जिन गलियों में खेलकर साहिल गांधी बड़े हुए, आज उसी सड़क का नाम उनके नाम पर रखा गया है। नगर निगम ने इस बारे में सहमति से फैसला लिया था। शुक्रवार को टाऊन पार्क और शहीद स्मारक......
हिसार (रमनदीप) : जिन गलियों में खेलकर साहिल गांधी बड़े हुए, आज उसी सड़क का नाम उनके नाम पर रखा गया है। नगर निगम ने इस बारे में सहमति से फैसला लिया था। शुक्रवार को टाऊन पार्क और शहीद स्मारक के पास से पी.एल.ए. को जाने वाली सड़क का नामकरण विंग कमांडर साहिल गांधी के नाम पर कर दिया गया। पिछले साल 19 फरवरी को बैंगलोर में एयर शो में अभ्यास के दौरान 2 विमान आपस में टकरा गए, जिसमें 2 पायलट घायल हुए थे और विंग कमांडर साहिल गांधी की मौत हो गई थी।
साहिल गांधी हिसार के पी.एल.ए. क्षेत्र में मकान नंबर 187 का निवासी था। विंग कमांडर साहिल गांधी (37) के परिवार में उनके पिता मदन मोहन गांधी हैं, जो एस.बी.आई. से मैनेजर के पद से सेवानिवृत्त हैं। उनकी माता डा. सुदेश गांधी एच.ए.यू. के होम साइंस कालेज के फैमिली रिसोर्स मैनेजमैंट से एच.ओ.डी. रिटायर्ड हैं।
साहिल शादीशुदा हैं और उनकी पत्नी का नाम हिमानी है, जो टी.सी.एस. कम्पनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। साहिल और हिमानी का सवा 5 साल का बेटा रियान है। साहिल गांधी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा एच.ए.यू. स्थित कैम्पस स्कूल से हासिल की। यहां 12वीं कक्षा पास करते ही उनका एन.डी.ए. के लिए चयन हो गया था। वर्ष 2004 में एन.डी.ए. से पास आऊट के बाद उन्होंने फाइटर पायलट बनने का फैसला लिया।