Edited By kamal, Updated: 23 Apr, 2019 11:35 AM
आज के दौर में महिलाएं घर की चारदीवारी तक ही सीमित नहीं है। उन्होंंने हर क्षेत्र में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करवाई हैं। वो तमाम क्षेत्र, जहां कभी पुरुषो...
हिसार(अश्वनी): आज के दौर में महिलाएं घर की चारदीवारी तक ही सीमित नहीं है। उन्होंंने हर क्षेत्र में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करवाई हैं। वो तमाम क्षेत्र, जहां कभी पुरुषों का बोलवाला होता था, वहां आज भी महिलाएं बाखूबी अपनी जि मेदारी निभा रही है। इसी तरह का नजारा बस स्टैंड पर खुले अन्नदेव महिला ढाबा में देखा जा सकता है। इस ढाबा में काम करने वाली सभी महिलाएं शामिल है लेकिन खास बात है इस ढाबा में पूरी रात महिलाएं खाना परोसती हैं।यह हिसार का पहला ऐसा ढाबा है, जहां रात को भी महिलाएं काम करती हुई नजर आएगी।
कुछ दिन बाद राबड़ी का भी स्वाद चखेंगे लोग
अन्नदेव महिला ढाबा में काम करने वाली सत्यवती का कहना है कि कुछ दिन बाद लोग राबड़ी का भी स्वाद चखेंगे। इसके साथ-साथ जूस भी मिलेगा। सत्यवती का कहना है कि इस ढाबा का खाना बिल्कुल साफ-सुथरा है। यहीं कारण है कि यहां खाने वालों की भीड़ के अलावा लोग घरों में भी अपने साथ ले जा रहे है।
5 महिलाएं दिन में तो 5 रात को कर रही काम
बस स्टैंड पर खुले अन्नदेव महिला ढाबा पर 10 महिलाएं काम कर रही हैं। इनमें से 5 महिलाएं सुबह 9 से शाम 6 बजे तक खाना परोसती हैं तो 5 महिलाएं रात को 9 से सुबह 6 बजे तक खाना बनाती हैं। खाना खाने के लिए यह ढाबा 24 घंटे खुला मिलता है। यह हिसार का एकमात्र ऐसा ढाबा है, जहां सभी महिलाएं ही नजर आएगी।