Edited By Updated: 14 Jan, 2016 11:24 PM
बरवाला नगरपालिका के भ्रष्टाचार के मामले में प्रदेश की शहरी स्थानीय मंत्री कविता जैन ने बरवाला नगरपालिका के एक
हिसार (का.प्र.): बरवाला नगरपालिका के भ्रष्टाचार के मामले में प्रदेश की शहरी स्थानीय मंत्री कविता जैन ने बरवाला नगरपालिका के एक पूर्व सचिव सस्पैंड करने के आदेश जारी किए हैं। नगरपालिका की जमीन बगैर सरकार की अनुमति के बेचने के मामले में तत्कालीन सचिव फंसा है। इस मामले में विजिलैंस रिपोर्ट के अनुसार आरोपी एक पूर्व प्रधान,शिकायतकर्ता पूर्व पार्षद,एक पैरोकार व वकील के अलावा कुछ अन्य आरोपी भी शामिल है। पूर्व सचिव के बाद इन पर भी आपराधिक कार्रवाई तय मानी जा रही है।
यहां कब्जों के दो मामले थे जिन पर लोकायुक्त ने सरकार से सिफारिश की थी। बरवाला नगरपालिका की 55 कनाल 5 मरले भूमि को खुली नीलामी से बेचकर सरकार को हानि पहुचाने के इस मामले में जो यह कारवाई की गई है। उसमे 2012 में यह शिकायत की गई थी और थर्मल प्लांट के पास बगैर अनुमति 55 कनाल 5 मरले सरकारी भूमि बेचने के इस सारे मामले की जांच विजिलैंस ने की थी। इस जांच के अलावा लोकायुक्त हरियाणा की जांच में भी यह घपला पाया गया था। जिस सचिव के खिलाफ यह कार्रवाई हुई है वर्तमान में वह गुडग़ांव में कर अधिकारी है। कुछ समय पूर्व हरियाणा के लोकायुक्त जस्टिस प्रीतमपाल ने बरवाला नगरपालिका की करोड़ों की भूमि खुर्दबुर्द करने के मामले में जांच के बाद पूर्व प्रधान,पूर्व सचिव व अन्य के खिलाफ आपराधिक और विभागीय कार्रवाई करने की सिफारिश सरकार से की थी।
लोकायुक्त ने लिखा था कि स्टेट विजिलैंस ब्यूरो के एस पी की 22 पेज की रिपोर्ट व स्थानीय निकाय विभाग के प्रशासनिक सचिव की रिपोर्ट और लोकायुक्त के रजिस्ट्रार की रिपोर्ट पर वे इस नतीजेे पर पहुचें है कि नगरपालिका की जमीन पर कुछ लोगों ने पालिका के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से अवैध कब्जे किए है। निलंबित सचिव प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री का रिश्तेदार बताया जाता हे।