Edited By Deepak Paul, Updated: 21 Jan, 2019 01:52 PM
शहर के सौंदर्य को निखारने के लिए अधिकारी मीटिंग में बड़ी-बड़ी बात करते हैं, लेकिन हकीकत इससे अलग है। शहर पूरी तरह अतिक्रमण के मक्कडज़ाल में उलझा हुआ है। इसके चलते शहर की खूबसूरती...
हिसार (योगेंद्र): शहर के सौंदर्य को निखारने के लिए अधिकारी मीटिंग में बड़ी-बड़ी बात करते हैं, लेकिन हकीकत इससे अलग है। शहर पूरी तरह अतिक्रमण के मक्कडज़ाल में उलझा हुआ है। इसके चलते शहर की खूबसूरती भी प्रभावित हो रही है, साथ ही अतिक्रमण के चलते जहां जाम की समस्या पैदा हो रही, वहीं यह दुर्घटना का कारण बन रहा है। बावजूद शहर को अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर न तो नगर निगम विभाग सक्रिय है, न ही जिला प्रशासन इसकी सुध ले रहा है। हाईवे हो या फिर शहर की मुख्य सड़क या अंदर की गलियां सभी जगह रोड पर अतिक्रमण की भरमार है।
अतिक्रमण के चलते ही शहर में जाम की समस्या बनी रहती है। रेहड़ी और खोखे वाले जहां जगह मिल रही वहीं अपनी दुकान सजाकर बैठ रहे हैं, इसके चलते सड़कें संकरी हो रही हैं। जिला प्रशासन भी इस गंभीर समस्या को लेकर उदासीन है। दूसरी तरह न.नि. का अतिक्रमण हटाओ दस्ता अपने निजी हित साधने में व्यस्त है। शायद यही कारण है कि शहर की सुंदरता पर अतिक्रमण बट्टा लगा रहा है। जिंदल हॉस्पिटल वाली रोड पर तो लोगों ने डिवाइडर को ही पार्किंग साइट में तब्दील कर दिया है।
डिवाइडर पर जिस प्रकार से लोग अपने वाहन पार्क कर रहे हैं उससे आवाजाही बाधित हो रही है। सुभाष चौक, मटका चौक से लेकर फव्वारा चौक की मुख्य सड़क की दोनों लेन का काफी हिस्सा तो पार्किंग में ही चला गया है। वाहन चालक रोड पर ही वाहन पार्क करके चले जाते हैं, जिससे लोगों को काफी परेशानी होती है। शहर का शायद ही कोई ऐसा कोना होगा जहां रेहड़ी व खोखे वालों ने कब्जा नहीं किया हुआ। हालात ये हैं कि जहां भी सड़क या उसके आसपास खाली जगह मिलती है वहीं रेहड़ी, खोखे वाले अपनी दुकान सजाकर बैठ जाते हैं।