Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 15 May, 2018 10:06 AM
सरकारी स्कूल गढ़ी बीरवल की माली बतेहरी देवी (34) को रेत से ओवरलोड ट्रक ने कुचल दिया। हादसा गत दिवस नेशनल हाईवे स्थित कन्हैया चौक के नजदीक हुआ। हादसे के समय महिला के साथ उसका 12 वर्षीय बेटा अंकुश व भांजा दीपक था। दीपक बाइक चला रहा था। जैसे ही वे...
यमुनानगर(सतीश): सरकारी स्कूल गढ़ी बीरवल की माली बतेहरी देवी (34) को रेत से ओवरलोड ट्रक ने कुचल दिया। हादसा गत दिवस नेशनल हाईवे स्थित कन्हैया चौक के नजदीक हुआ। हादसे के समय महिला के साथ उसका 12 वर्षीय बेटा अंकुश व भांजा दीपक था। दीपक बाइक चला रहा था। जैसे ही वे कन्हैया चौक से थोड़ा आगे निकले पीछे से आ रहे ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। अंकुश और दीपक एक साइड गिर गए, जबकि बतेहरी देवी हाईवे के बीचों बीच जा गिरी। पीछे से ट्रक आया और उसके दोनों पहिए बतेहरी देवी के ऊपर से निकल गए। हादसा इतना दर्दनाक था कि ट्रक ने पेट से निचले हिस्से को बिल्कुल खत्म कर दिया। पेट से ऊपरी हिस्से को उसका भांजा दीपक पैदल ही एक किलोमीटर तक निजी अस्पताल ले गया। महिला का खून हाईवे पर बिखरता जा रहा था। इससे पहले ही महिला की सांसें थम चुकी थीं।
ट्रक चालक फरार
बतेहरी देवी की मौत की सूचना पर शहर यमुनानगर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। इधर, हादसे के दौरान ट्रक चालक मौके से फरार हो चुका था। चश्मदीद दीपक के मुताबिक घोड़ा ट्राला रेत से भरा हुआ था। वह उसे पहचान लेगा। उसने बताया कि इन सब के लिए प्रशासन जिम्मेदार है। उनका कहना है कि उन्हें अपनी मामी का हत्यारा चाहिए। यह हादसा नहीं है। ट्रक चालक की लापरवाही से ही उसकी मामी की जान गई है।
आई थी शोक जताने
मृतका बतेहरी के पति बलदेव ने बताया कि उसकी पत्नी माली के तौर पर सरकारी स्कूल गढ़ी बीरबल में तैनात थी। वे परिवार सहित गढ़ी बीरबल में ही रहते थे। उनका पैतृक गांव फतेहगढ़ तुंबी है। यहां पर किसी की मौत हो गई थी। शोक जताने के लिए ही वह परिवार सहित शनिवार की शाम फतेहगढ़ तुंबी आए थे। सोमवार सुबह उनका भांजा दीपक बाइक से उसे स्कूल छोड़ने के लिए जा रहा था। कन्हैया चौक के नजदीक हादसा हो गया। उन्होंने बताया कि 12 वर्षीय बेटा अंकुश भी साथ था। हालांकि बड़ा बेटा मनीष गढ़ी बीरबल ही रह गया था।
इंसानियत हुई तार-तार
महिला को ट्रक ने कुचल दिया। इस दौरान पीड़ित परिवार की मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आया। हालांकि यह समय सैर पर निकलने वाले लोगों का था। फिर भी इनकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया। रोते हुए दीपक ने बताया कि बतेहरी देवी उसकी मामी थी। उसे तो उसकी जान बचानी थी। वह उसे निजी अस्पताल ले गया। इस दौरान उसके शरीर से खून का रिसाव हो रहा था। यह देखकर भी कोई मदद को आगे नहीं बढ़ा। उसकी मामी ने उसका हाथ पकड़ा हुआ था। जैसे ही वह अस्पताल लेकर पहुंचा डॉक्टरों ने कहा कि अब इसमें सांसें नहीं हैं।
अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज : बलवीर
थाना शहर यमुनानगर के ए.एस.आई. बलवीर का कहना कि अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। सी.सी.टी.वी. की फुटेज की मदद व चश्मदीद दीपक की मदद से ट्रक चालक की पहचान की जाएगी। प्रयास है कि पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाया जा सके।