Edited By Deepak Paul, Updated: 28 Jul, 2018 01:26 PM
राजधानी और उससे सटे इलाकों में हुई झमाझम बारिश से जहां दिल्ली के कई इलाकों में जल भराव का संकट खड़ा हो गया है। वहीं, यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। लगातार बढ़ते जल स्तर के कारण दिल्ली व हरियाणा पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। वहीं...
यमुनानगर(सुमित अोबरॉय): राजधानी और उससे सटे इलाकों में हुई झमाझम बारिश से जहां दिल्ली के कई इलाकों में जल भराव का संकट खड़ा हो गया है। वहीं, यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को हरियाणा में हथिनीकुंड बैराज से 1.36 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया जबकि शुक्रवार को यह मात्रा 83,241 क्यूसेक रही। साथ ही उन्होंने बताया कि पहाड़ों में भारी बारिश के कारण हथिनीकुंड में पानी का स्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया। वहीं शनिवार को हथनीकुंड बराज का जलस्तर 3 लाख 11 हजार क्यूसिक प्रति सैकिंड के हिसाब से नापा गया। जो अब बढ़कर 4 लाख 24 हजार क्यूसिक तक पहुंच चुका है। अगर लगातार पानी की रफ्तार इसी तरह बढञती रही तो कुछ घंटों के भीतर ये पानी दिल्ली की सरहदों पर दस्तक दे सकता है। वहीं सुरक्षा में मद्देनजर जिला प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए अलर्ट जारी कर दिया है।
गौरतलब है कि शिवालिक पहाड़ी बेलट पर पिछले 72 घंटो से लगातार बारिश हो रही है जिसके चलते यमुनानदी लबालब भरकर चल रही हैं।
पानी की क्षमता ज्यादा होने के चलते छोटी नदियां पानी का दबाव सहन नही कर सकती थी, जिसके चलते हथनीकुंड बराज से सभी नहरों का पानी बंद कर दिल्ली की तरफ छोड़ दिया गया ।