Edited By Shivam, Updated: 08 May, 2020 08:07 PM
हरियाणा में फंसे मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाने का जिम्मा मनोहर सरकार ने उठा लिया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का वादा है राज्य में जितने भी प्रवासी मजदूर अपने घर जाना चाहते हैं, उन्हें अगले सात दिनों के भीतर ट्रेनों व बसों के माध्यम से...
चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा में फंसे मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाने का जिम्मा मनोहर सरकार ने उठा लिया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का वादा है राज्य में जितने भी प्रवासी मजदूर अपने घर जाना चाहते हैं, उन्हें अगले सात दिनों के भीतर ट्रेनों व बसों के माध्यम से उनके गृहराज्य भेजने का काम हरियाणा सरकार करेगी, इसके लिए मजदूरों से कोई किराया या किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के वायदे के अनुरूप राज्य सरकार द्वारा घर जाने के इच्छुक प्रवासी श्रमिकों को अगले सात दिनों में 100 ट्रेनों व 5000 बसों के माध्यम से उनके गृह राज्यों में नि:शुल्क पहुंचाया जाएगा। प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजने के लिए चलाई जाने वाली ट्रेनों व बसों का सारा खर्च हरियाणा सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि बिहार, झारखण्ड, मध्य प्रदेश व पूर्वी उत्तर-प्रदेश के लिए 100 विशेष श्रमिक ट्रेनें चलाई जाएंगी।उन्होंने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल-प्रदेश, पंजाब और उत्तराखण्ड में 5000बसों के माध्यम से प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजा जाएगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की हर प्रवासी श्रमिक और खेतिहर मजदूर को उनके गृह राज्यों में हरियाणा सरकार की ओर से मुफ्त भेजने के लिए की गई घोषणा के उपरांत अब तक 23452 ऐसे प्रवासी श्रमिकों को विभिन्न ट्रेनों व बसों के माध्यम से उनके गृह राज्यों में पहुंचाया जा चुका है।
अब तक राज्य से 13347 प्रवासी मजदूरों को उत्तर प्रदेश पहुंचाया गया है। वहीं उत्तराखण्ड के 3133, बिहार के 3593 मध्यप्रदेश के 2549, राजस्थान के 435, पंजाब के 221, हिमाचल के 54, केरल के 46, असम के 32, महाराष्ट्र के 23 और गुजरात के 19 प्रवासी मजदूरों को उनके गृहराज्य पहुंचाया जा चुका है।