Edited By Shivam, Updated: 05 Apr, 2019 07:46 PM
पानीपत के स्पिनिंग मिलों के श्रमिकों ने श्रम कानून और वर्ष 2019 जनवरी के महीने से बड़े हुए न्यूनतम वेतन को लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। पानीपत के लघु सचिवालय में सैकड़ों मजदूर सीटू के बैनर तले पहुंचे। मजदूरों ने उपायुक्त से जल्द से जल्द...
पानीपत (अनिल कुमार): पानीपत के स्पिनिंग मिलों के श्रमिकों ने श्रम कानून और वर्ष 2019 जनवरी के महीने से बड़े हुए न्यूनतम वेतन को लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। पानीपत के लघु सचिवालय में सैकड़ों मजदूर सीटू के बैनर तले पहुंचे। मजदूरों ने उपायुक्त से जल्द से जल्द न्यूनतम वेतन व श्रम कानून लागू करने की मांग की। मजदूर नेता ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती धरना जारी रहेगा।
मजदूरों का का आरोप है कि पानीपत के स्पेलिंग उद्योगों में कार्यरत हजारों श्रमिक भारी आर्थिक शोषण का शिकार हो रही है। पानीपत के स्पिनिंग उद्योगों के मालिक उनका शोषण कर रहे हैं। तमाम श्रम कानूनों की उलंघना की जा रही है। हाजिरी रजिस्टर तक में श्रमिकों के नाम दर्ज नहीं है। ईएसआई व पीएफ की सुविधा तो दूर की बात मजदूरों से अनफेयर लेबर प्रैक्टिस के तहत 12 घंटे उद्योग में कार्य लिया जा रहा है। पिछले 3 वर्षों से न्यूनतम वेतन में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई और महंगाई आज आसमान छू रही है।
मजदूरों ने श्रमायुक्त से मांग की है कि पानीपत के सभी उद्योगों में श्रम कानून सख्ती से लागू करवाया जाए और जनवरी 2019 से हरियाणा सरकार द्वारा बनाए गए न्यूनतम वेतन बकाया एरियर सहित कैटेगरी वाइज श्रमिकों को दिलवाया जाए। श्रमिक नेता ने कहा कि जबतक मजदूरों की मांग पूरी नहीं होती, फैक्ट्रियों में हड़ताल जारी रहेगी।