Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 20 Apr, 2018 02:54 PM
साइबर सिटी गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल के डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। डॉक्टरों की लापरवाही के कारण एक गर्भवती महिला ने अस्पताल के टॉयलेट में 5 महीने के बच्चे को जन्म दिया। जिसके बाद बच्चे की मौत हो गई। जिससे अस्पताल में हड़कंप मच...
गुरुग्राम(सतीश राघव): साइबर सिटी गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल के डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। डॉक्टरों की लापरवाही के कारण एक गर्भवती महिला ने अस्पताल के टॉयलेट में 5 महीने के बच्चे को जन्म दिया। जिसके बाद बच्चे की मौत हो गई। जिससे अस्पताल में हड़कंप मच गया।
शांति नगर इलाके में रहने वाले गोविंद की पत्नी सुनीता पिछले 5 महीने से गर्भवती थी। आज सुनीता के पेट में दर्द हुआ तो गोविंद अपनी मां के साथ उसे इलाज के लिए नागरिक अस्पताल लेकर आई। यहां आने पर डॉक्टर उसका इलाज करने की बजाय उसे एक घंटे चक्कर कटवाते रहे। सबसे पहले डॉक्टरों ने ओपीडी कार्ड पर आज की डेट डलवाने के लिए कहा। महिला के पति अौर उसकी सास ने विनती की लेकिन डॉक्टरों ने एक न सुनी। एक से डेढ़ घंटे बाद महिला की ओपीडी कार्ड पर डेट डली। उसके बाद महिला टॉयलेट गई उसी दौरान उसने बच्चे को जन्म दे दिया। महिला को दर्द हुआ लेकिन टॉयलेट में अंधेरा होने के कारण उसे बच्चे की जानकारी नहीं हुई।
खून से सनी महिला अपनी सास के साथ डॉक्टर के पास पहुंची। खून देखने के बाद भी डॉक्टर ने महिला का इलाज नहीं किया। महिला कुर्सी पर बैठी रही अौर डॉक्टर अपने कैबिन का दरवाजा बंद कर आंख में दवाई डालने लगा। जब थोड़ी देर बाद सफाई कर्मचारी की नजर टॉयलेट के फर्श पर पड़े बच्चे पर गई तो उसने इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन को दी जिससे वहां हड़कंप मच गया। इसकी सूचना मिलने पर बच्चे के परिजन भी मौके पर पहुंचे।
अस्पताल के उच्च अधिकारियों के दखल अंदाजी के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती किया गया है। 2 महीने पहले भी इसी तरह एक गर्भवती महिला के पास आधार कार्ड न होने के कारण डॉक्टरों ने उसे एडमिड नहीं किया जिससे महिला ने अस्पताल के गेट पर बच्चे को जन्म दे दिया था।