Edited By Manisha rana, Updated: 03 May, 2021 08:51 AM
जिला पलवल की रहने वाली अन्ना देवी पत्नी हेमराज उम्र 35 साल शहीद हसन खां मेवाती नलहड़ हॉस्पिटल में रविवार को निधन हो गया। परंतु कोविड-19 के संक्रमण के भय की वजह से उनके...
फिरोजपुरझिरका (ब्यूरो) : जिला पलवल की रहने वाली अन्ना देवी पत्नी हेमराज उम्र 35 साल शहीद हसन खां मेवाती नलहड़ हॉस्पिटल में रविवार को निधन हो गया। परंतु कोविड-19 के संक्रमण के भय की वजह से उनके परिजनों ने अन्ना देवी का शव लेने से इनकार कर दिया। आपको बता दें अन्ना देवी गर्भवती थी जिसका उपचार पलवल के स्थानीय सरकारी हॉस्पिटल में होना था, परंतु हॉस्पिटल में जगह ना मिलने की वजह से वहां के डॉक्टरों ने उसे 9 दिन पहले नलहड़ हॉस्पिटल भर्ती करा दिया।
डॉक्टरों ने अन्ना का कोविड़ टेस्ट किया, कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उसे हॉस्पिटल में जगह दी गई। फिर उसके दूसरे दिन अन्ना देवी ने एक सुंदर सी कन्या को जन्म दिया, जन्म देने के 8 दिन बाद अन्ना देवी का निधन हो गया। जब उसकी सूचना पति हेमराज ने अपने परिवार वालों को दी तो हेमराज के परिवार वालों ने शव को निवास स्थल पलवल लाने से इंकार कर दिया। परिवार की तरफ से कोई सहयोग न मिलने पर हेमराज अस्पताल के बाहर बिलक बिलक कर रोने लगा।
वही मुबीन निवासी तेड, फिरोज खान निवासी घाघस, मुबारिक निवासी नौटकी नलहड़ अस्पताल में अपने किसी रिश्तेदार की तबीयत का हाल जानने के लिए वहां आए थे। जब वहां पर हेमराज को हॉस्पिटल के बाहर बिलख बिलख कर रोते हुए देखा तो उन्होंने इस बात का कारण पूछा तो उसकी परेशानी उन्हें देखी नहीं गई, तुरंत ही तीनों लोंगों ने इंसानियत का परिचय देते हुए एंबुलेंस की व्यवस्था करवा कर नलहड़ के स्थानीय शमशान घाट पर उसकी पत्नी अन्ना देवी का अंतिम संस्कार कराया।
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