Edited By Deepak Paul, Updated: 20 Mar, 2019 09:46 AM
प्रदेश में जब भी संसदीय चुनाव किसी दल के पक्ष में चल रही राजनीतिक आंधी के समय हुए...
जींद (जसमेर): प्रदेश में जब भी संसदीय चुनाव किसी दल के पक्ष में चल रही राजनीतिक आंधी के समय हुए, तब सोनीपत संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं ने बम्पर वोटिंग की। जींद और सोनीपत जिलों में बंटे सोनीपत संसदीय क्षेत्र में सबसे ज्यादा वोटिंग 1977 और सबसे कम वोटिंग 1991 के संसदीय चुनावों में हुई। मुख्तयार सिंह मलिक के नाम सोनीपत में सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत लेने का रिकार्ड दर्ज है। सोनीपत संसदीय क्षेत्र में जींद जिले के 3 विधानसभा क्षेत्र जींद, जुलाना और सफीदों आते हैं।
इसके अलावा सोनीपत जिले के 6 विधानसभा क्षेत्र गोहाना, बरोदा, सोनीपत, राई, खरखौदा और गन्नौर इस संसदीय क्षेत्र का हिस्सा हैं। जब भी प्रदेश में संसदीय चुनाव किसी दल विशेष के पक्ष में चल रही आंधी के दौरान हुए तो सोनीपत संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं ने राजनीतिक सजगता का परिचय दिया और बम्पर वोटिंग की। 1999 में एन.डी.ए. की आंधी थी और तब भी सोनीपत संसदीय क्षेत्र में बम्पर वोटिंग हुई थी।
सबसे कम वोट प्रतिशत लेकर सांसद बनने वाले निर्दलीय अरविंद शर्मा
सोनीपत संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए प्रत्याशियों में कुल डाले गए मतों का सबसे ज्यादा प्रतिशत हासिल करने का रिकार्ड पूर्व सांसद स्व. मुख्तयार सिंह मलिक के नाम है तो सबसे कम वोट प्रतिशत लेकर सांसद बनने वाले निर्दलीय अरविंद शर्मा रहे।
साल विजयी प्रत्याशी वोट प्रतिशत
1977 मुख्तयार सिंह मलिक 80.95
1980 चौ. देवीलाल 54.89
1984 धर्मपाल मलिक 48.04
1989 कपिल देव शास्त्री 50.95
1991 धर्मपाल मलिक 42.08
1996 अरविंद शर्मा 33.07
1998 किशन सिंह सांगवान 41.94
1999 किशन सिंह सांगवान 62.39
2004 किशन सिंह सांगवान 31.67
2009 जितेंद्र मलिक 47.57
2014 रमेश कौशिक 35.00
1977 में एक लाख वोट भी नहीं ले पाई थी कांग्रेस
1977 के संसदीय चुनाव में देश और प्रदेश में जनता पार्टी के नाम की आंधी चल रही थी। तब सोनीपत संसदीय क्षेत्र से जनता पार्टी के मुख्तयार सिंह मलिक और कांग्रेस की सुभाषिणी के बीच मुकाबला था। इस चुनाव में जनता पार्टी के मुख्तयार सिंह मलिक को 346900 वोट मिले थे और उन्होंने सोनीपत के संसदीय चुनाव की सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस की सुभाषिणी को 280223 मतों के अंतर से पराजित किया था। कांग्रेस की सुभाषिणी को महज 66677 वोट ही मिले थे।