Edited By Punjab Kesari, Updated: 20 Dec, 2017 07:42 PM
हरियाणा के रेवाड़ी जिले के एक गांव में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब स्कूल में विद्यार्थी शराब पीकर झूमने लगे। मामला गांव काकोडिय़ा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का है, जहां एक दसवीं कक्षा का छात्र अपने घर से शराब की बोतल लेकर स्कूल में पहुंच गया।...
रेवाड़ी (मोहिंदर भारती): हरियाणा के रेवाड़ी जिले के एक गांव में उस वक्त अफरातफरी मच गई जब स्कूल में विद्यार्थी शराब पीकर झूमने लगे। मामला गांव काकोडिय़ा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का है, जहां एक दसवीं कक्षा का छात्र अपने घर से शराब की बोतल लेकर स्कूल में पहुंच गया। स्कूल में छात्र ने खुद तो मदिरापान किया और अपने सहपाठी कुछ छात्र-छात्राओं को भी मदिरापान करवाया। मदिरापान करने के बाद कक्षा में ही छात्र झूमने लगे। इस बात की जानकारी जब स्कूल प्रशासन को हुई तो आनन-फानन में गांव के सरपंच को बुलाकर मामले को गुपचुप तरीके से निपटा दिया गया।
एक अन्य छात्रा ने बताया कि, पास के ही गांव से पढऩे आने वाला यशवंत जो दसवीं का छात्र है। वह समय से पहले स्कूल आया और अपने कुछ सहपाठियों के साथ मदिरापान किया इस वजह से किसी को पता नहीं लग सका। प्रेयर टाइम में मदिरापान किए छात्र झूमने लगे तब स्कूल के अध्यापकों को जानकारी हुई।
वहीं सरपंच ने बताया कि, उनके गांव के पास के ही गांव डोहकी के एक छात्र लिखित रूप से यह माना कि शादी समारोह की बची हुई शराब की बोतल वह स्कूल में लेकर आया था और उसने और उसके साथियों ने इसका सेवन भी किया था। स्कूल प्रशासन ने आरोपी छात्र को स्कूल में आने से मना कर दिया है। यहीं नहीं स्कूल प्रशासन ने इस मामले की अपने उच्च अधिकारियों तक जानकारी नहीं दी। लेकिन जब इस घटना के वायरल होते ही पंजाब केसरी ने स्कूल के प्राचार्य से दूरभाष पर बात की तो पहले तो उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। लेकिन बाद में उन्होंने माना कि यह मामला छोटा था और इसे स्कूल स्तर पर ही निपटा दिया।
बड़ा सवाल है कि आखिर ये छात्र स्कूल में कैसे शराब की बोतल लेकर प्रवेश कर गया। तथा दूसरा सवाल स्कूल प्रशासन ने इस पुरे मामले को इतने हल्के में क्यों लिया। तथा अपने उच्च अधिकारियों को इससे अवगत क्यों नहीं किया। तथा यह भी सोचनीय विषय है कि हम अपने बच्चों को कैसे संस्कार दे रहे है।