Edited By Manisha rana, Updated: 16 May, 2021 03:18 PM
कोरोना के बढ़ते फैलाव के बीच इस बार सरकार ने निर्धारित लक्ष्य से भी अधिक गेहूं की खरीद की है। सरकार की ओर से इस बार 81 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया था...
चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : कोरोना के बढ़ते फैलाव के बीच इस बार सरकार ने निर्धारित लक्ष्य से भी अधिक गेहूं की खरीद की है। सरकार की ओर से इस बार 81 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य रखा गया था, जबकि सरकार की ओर से 83 लाख 74 हजार टन गेहूं की खरीद की गई है।
खास बात यह है कि कोरोना के संकट के बीच फसल का भुगतान सीधा किसानों के खाते में किया गया। भुगतान में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए इस बार सरकार ने आधुनिक साफ्टवेयर का सहारा लिया। इस सॉफ्टवेयर के प्रयोग के बाद आढ़तियों को भी आने वाली मामूली समस्याएं दूर हो गई। सरकार द्वारा 1 अप्रैल से गेहूं खरीद का कार्य शुरू किया गया था मगर कुछ दिन पूर्व कोरोना संक्रमण का तेजी से फैलाव होने से खरीद का काम रोक दिया गया। अब सरकार ने इस सप्ताह तीन दिन बुधवार, वीरवार व शनिवार को खरीद कार्य तेजी से चलाकर खरीद का काम मुकम्मल कर लिया है।
पोर्टल के जरिए होती है खरीद
सरकार की ओर से पिछले करीब तीन साल से मेरी फसल-मेरा ब्यौरा के अंतर्गत फसल खरीद की जाती है। पहले किसान को इस पोर्टल पर अपना ब्यौरा दर्ज करवाना होता है। उसकी फसल, जमीन का विवरण दर्ज किया जाता है। इसके बाद खरीद सीजन शुरू होने के बाद किसान को एक टोकन दिया जाता है। किसान को निर्धारित दिवस बताया जाता है और उस दिन किसान मंडी या नजदीकी खरीद केंद्र पर जाकर अपनी फसल बेच सकता है। इस योजना के शुरू होने के बाद खरीद प्रक्रिया में पारदॢशता आई है। अब किसान को सीधा पैसा मिलने लगा है। आढ़ती को उसकी दामी मिलने लगी है। इस योजना के अंतर्गत मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर करीब 9 लाख किसान जबकि 25 हजार आढ़ती पंजीकृत हैं। पिछले 2 वर्षों से गेहूं खरीद के सीजन में कोरोना का संक्रमण तेज होने की वजह से खरीद कार्य कुछ धीमा जरूर रहा, मगर कोविड गाइडलाइन के अनुसार गेहूं खरीद में व्यवस्था बनाने में सरकार कामयाब नजर आई। कई जगह किसानों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ा मगर गेहूं खरीद कार्य में तैनात अधिकारियों की सतर्कता से समाधान भी जल्द हो गया।
कोरोना से पैदा हुआ गतिरोध ऐसे किया दूर
सरकार ने जैसे ही इस साल भी 1 अप्रैल से खरीद शुरू की उसी दौर में कोरोना का ग्राफ ऊपर चढऩे लगा। ऐसे में एक बार कोरोना के गतिरोध के कारण सरकार की ओर से कुछ दिन पहले खरीद का कार्य बंद कर दिया गया। हालांकि सरकार की ओर से लगभग 95 प्रतिशत गेहूं खरीद का कार्य पूरा कर लिया गया था, ऐसे में सरकार की ओर से पुन: खरीद कार्य इसी सप्ताह में शुरू किया गया और 12, 13 और 15 मई को तीन दिन तक फिर से खरीद का काम शुरू किया गया और इस अवधि में वांछित लक्ष्य को भी प्राप्त कर लिया गया। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार जिन किसानों की गेहूं खरीद का कार्य कोरोना के कारण बीच में रह गया था उन सभी किसानों की गेहूं खरीद इन तीन दिनों में कर ली गई है।
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