Edited By Isha, Updated: 21 Apr, 2020 04:16 PM
कोविड-19 महामारी की चैन को तोड़ने के लिए जहां स्वास्थ विभाग अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों के इलाज में जुटा है तो वहीं कुछ शरारती तत्व उनके साथ मारपीट करने से बाज नहीं आ रहे। ऐसा
फरीदाबाद (अनिल राठी)- कोविड-19 महामारी की चैन को तोड़ने के लिए जहां स्वास्थ विभाग अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों के इलाज में जुटा है तो वहीं कुछ शरारती तत्व उनके साथ मारपीट करने से बाज नहीं आ रहे। ऐसा ही एक मामला फरीदाबाद के सेक्टर 62 आशियाना फ्लैट में देखने को मिला। जब स्वास्थ्य विभाग की टीम से आशा वर्कर वहां पर लोगों के स्वास्थ्य का सर्वे करने के लिए गई थी लेकिन सहयोग तो दूर उन्होंने उनके साथ न केवल गाली-गलौज की बल्कि उनके साथ मारपीट शुरू कर दी, जिसकी सूचना आशा वर्कर ने अपने सीनियर अधिकारी और पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस को भी आरोपियों ने नहीं बख्शा और उनके साथ भी मारपीट की। इस घटना में पुलिस और आशा वर्कर गंभीर रूप से घायल हुए हैं जिन्हें बल्लभगढ़ के एम्स हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार बल्लभगढ़ के सेक्टर 62 आशियाना फ्लैट में टीम लोगों का स्वास्थ्य सर्वे करने के लिए गई थी। तभी कुछ लोग सर्वे में सहयोग नहीं कर रहे थे। टीम ने इसकी सूचना अपने सीनियर अधिकारी को दी। सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे तब वहा के लोग उनसे बदतमीजी और मारपीट करने लगे जिसके बाद उनके सीनियर अधिकारी ने इसकी सूचना पुलिस को दी । सूचना पाकर जब पुलिस मौके पर पहुंची और बीच बचावतो करवाने लगी तो उन्होंने पुलिस पर हमला बोल दिया इस हमले में उन्हें और एक पुलिसकर्मी को काफी चोट आई है।
वही आशा वर्कर की प्रधान सुदेश ने बताया कि कोविड-19 जैसी महामारी में स्वास्थ विभाग से जुड़ी आशा वर्कर लोगों के घरों पर जाकर स्वास्थ्य कराई है लेकिन लोग उनके साथ कॉर्पोरेट नहीं कर रहे हैं ।आए दिन फरीदाबाद में आशा वर्करों के साथ मारपीट की घटनाएं सामने आ रही है कि सर्वे करने गई टीम के साथ और पुलिसकर्मी साथ होना चाहिए। इस मामले में जांच अधिकारी ओमप्रकाश की मानें तो वह इलाके में गश्त कर रहे थे कि तभी उन्हें सूचना मिली कि आशा वर्कर्स के साथ आशियाना फ्लैट सेक्टर 62 में मारपीट की जा रही है ।