Edited By Rakhi Yadav, Updated: 24 May, 2018 03:32 PM
पिछले तीन दिनों से भीषण गर्मी से जहा लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। लोग घरों में दुबकने को मजबूर है। वहीं, काम-काज पर जाने वाले और स्कूली बच्चों पर इसका असर साफ दिखाई दे रहा है। इसके साथ ही गर्मी में सबसे बड़ी समस्या दुधारू ....
करनाल(विकास मेहला): पिछले तीन दिनों से भीषण गर्मी से जहा लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। लोग घरों में दुबकने को मजबूर है। वहीं, काम-काज पर जाने वाले और स्कूली बच्चों पर इसका असर साफ दिखाई दे रहा है। इसके साथ ही गर्मी में सबसे बड़ी समस्या दुधारू पशुओ पर आई है, राष्टीय डेरी अनुसंधान के वैज्ञानिक ने माना कि गर्मी में अक्सर दुधारू पशुओ की दूध देने की क्षमता कम हो जाती है।
मई माह की बात करे तो जैसी गर्मी आज कल पड़ रही है उस गर्मी में 20 से 30 प्रतिशत दूध तक की कमी आई है। ऐसा नही है कि इन दिनों गर्मी से सिर्फ पशु पालक ही इस समस्या से जूझ रहे है। गर्मी के बढ़ते प्रकोप से करनाल में स्थित राष्टीय डेरी अनुसंधान के मिल्क फार्म पर भी दो दिन में 200 लीटर दूध की कमी आई है।
इस समस्या से बचने के लिए राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान के वैज्ञानिकों ने किसानों से कहा है कि भीषण गर्मी में किसान अपने पशुओं को दिन में दो बार नहलाये और उन्हें ठंडी जगह पर रखे। उनके आसपास पंखे लगवाए जिससे पशुओं को काफी लाभ होगा और किसानों को भी राहत मिलेगी।