Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 08 May, 2018 11:28 AM
साइबर सिटी में नमाज अता करने को लेकर जिला प्रशासन की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। 16 तारीख से रमजान का पवित्र महीना शुरू होने को है ऐसे में जिला प्रशासन के लिए नमाज अता करने का मामला मुश्किलों भरा हो सकता है। मुसलमानों की धार्मिक स्थलों की...
गुरुग्राम(सतीश राघव): साइबर सिटी में नमाज अता करने को लेकर जिला प्रशासन की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। 16 तारीख से रमजान का पवित्र महीना शुरू होने को है ऐसे में जिला प्रशासन के लिए नमाज अता करने का मामला मुश्किलों भरा हो सकता है। मुसलमानों की धार्मिक स्थलों की देख-रेख करने वाली संस्था यानी वक्फ बोर्ड ने जिला उपायुक्त को जमीनों की सूची सौंपी है जिनमें तकरीबन 19 मस्जिदों पर अवैध कब्ज़ों को लेकर गुहार लगाई गई है। वही, भाजपा नेता अौर हाउसिंग बोर्ड के चेयरमेन जवाहर यादव ने इस मामले में संज्ञान लेने की बात कही है। साथ ही समस्या को हल करने अौर इस लिस्ट पर अध्ययन की बात कही है।
वक्फ बोर्ड का कहना है कि गुरुग्राम में 6-7 मस्जिदें हैं, जहां लोग नमाज अता करते हैं। लेकिन यहां केवल 5 हजार मुसमानों के लिए ही जगह है। जबकि 10-12 मस्जिदों पर आस-पास के गांव के लोगों का कब्जा है। जिससे मुसलमान नहीं नमाज पढ़ पाते। जिसके कारण उन्हें खुले में नमाज अता करनी पड़ती है। जिसमें से तक़रीबन 15 परसेंट मुसलमान विदेशों से आए हुए हैं। गुरुग्राम में सस्ता मेडिकल इलाज या घूमने के लिए दुबई, ओमान, बहरीन, नसकत, ईरान, इराक, कुवैत, नाइजीरिया, सऊदी अरब, अफगानिस्तान, सीरिया, तुरकी जैसे देशो के लोग आते हैं अौर यहां नमाज अता करते हैं। उनके साथ परिजन भी आते हैं इसलिए गुरुग्राम में मुसलमान अधिक है।
उल्लेखनीय है कि बीती 20 अप्रैल को सेक्टर 53 की खाली पड़ी जमीन में जुम्मे की नमाज़ अता करने को लेकर विवाद हुआ था। जिसमें वजीराबाद के कुछ युवकों ने नमाजियों को जबरन वहां से खदेड़ दिया था जिसका वीडियो की सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए गुरुग्राम पुलिस ने 6 युवकों के खिलाफ विभिन्न धराओ के तहत मामला दर्ज किया था। लेकिन इसके बाद जिले के तमाम हिन्दू संगठनों ने इसका पुरजोर तरीके से विरोध करना भी शुरू कर दिया था और इसी विवाद के चलते साइबर सिटी में बीते दो जुम्मे की नमाज़ को लेकर पुलिस द्वारा उचित प्रबंध भी किए गए थे लेकिन अब वक्फ बोर्ड के इस मामले में मुसलमानों के धार्मिक स्थलों पर अवैध कब्जे की सूची ने जिला प्रशासन की मुश्किलें जरूर बढ़ा दी हैं।
साइबर सिटी में मुसलमानों की संख्या अधिक है। मस्जिद पर अवैध कब्ज़ा होने के कारण मुस्लिम खुले में नमाज पढ़ते है। जिसको लेकर हिन्दू समाज के लोगों में रोष है। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने भी कहा है कि नमाज सार्वजनिक जगहों पर नहीं बल्कि मस्जिद या ईदगाह में पढ़ी जानी चाहिए। खट्टर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के इस मुद्दे पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना सरकार का काम है। खुले में नमाज की घटनाएं आजकल बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि बजाय सार्वजनिक स्थलों के नमाज मस्जिद या ईदगाह में पढ़ी जानी चाहिए।